28 Jul 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
Author | 387 Articles
दादी नानी के जमाने से आप सुनते आए होंगे कि बच्चे को सबके नजरों से बचा कर रखो। कहने का मतलब यही होता है कि शिशु खुद जितने कोमल और नाजुक होते हैं उतनी ही उनकी त्वचा कोमल और नाजुक होती है। किसी भी चीज या बाहर के विषाक्त वातावरण के संपर्क में आते ही उनको एलर्जी हो जाती है। ऐसी ही एक त्वचा संबंधी बीमारी है ‘कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस’।
बच्चों को तरह-तरह के त्वचा रोग होते हैं, उनमें डर्मेटाइटिस (Dermatitis) बहुत आम चर्म रोग है। उनमें कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस शिशुओं को किसी एलर्जिक रिएक्शन (Allergic contact dermatitis) या किसी पदार्थ के संपर्क में आने पर खुजली या चकत्ते के रूप में नजर आता है।
शिशु या बच्चों में कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस खुजलीदार दाने की तरह नजर आते हैं। जो किसी पदार्थ के सीधे संपर्क में आने से या उससे एलर्जी होने के कारण होता है। वैसे तो यह दाने उतने संक्रामक नहीं होते हैं, लेकिन शिशुओं के लिए इसके कारण होने वाली खुजली (Itching) बहुत परेशान करने वाली होती है। डर्मेटाइटिस (Dermatitis) से शिशुओं को बचाने का एकमात्र रास्ता है, एलर्जी के कारण से शिशु को बचाएं। जिस चीज से या वातावरण के कारण एलर्जी हो रही है उससे बचने पर 2 से 4 हफ्तों के बीच रैशेज या चकत्ते खुद ही ठीक हो जाते हैं।
कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस दो प्रकार का होता है-
इरिटेंट कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस: इसके कारण शिशुओं को त्वचा में जलन, सूजन और बेचैनी जैसा महसूस होता है। यह डर्मेटाइटिस (Dermatitis) के आम लक्षणों में से एक है।
एलर्जेन कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस: इसके कारण शरीर के इम्यून सिस्टेम को एलर्जी से रिएक्शन होता है। एलर्जेन के कारण सूजन की समस्या होती है, जो डर्मेटाइटिस (Dermatitis) का एक लक्षण होता है।
शिशुओं में कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस इन आम वजहों से होता है–
लेकिन समझने की बात यह है कि प्रत्येक बच्चे का लक्षण अलग-अलग होता है-
त्वचा जितना एलर्जी वाले चीजों के संपर्क में आती है, लक्षण उतना बदतर हो जाता है। एलर्जी त्वचा के बड़े क्षेत्र को प्रभावित कर सकती है।
डॉक्टर शिशुओं में डर्मेटाइटिस (Dermatitis) का परीक्षण, ब्लड टेस्ट या स्किन टेस्ट करके करते हैं।
कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस का इलाज आपके बच्चे के लक्षणों, उम्र और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। शारीरिक अवस्था कैसी है, इस आधार पर उपचार का निर्णय डॉक्टर लेते हैं।
अगर कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस के लक्षण बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं या ज्यादा दिन हो गए हैं तो बिना देर किए शिशु को स्किन स्पेशलिस्ट से दिखाएं।
नोट: ऊपर जो भी जानकारी हमने आपसे शेयर किया है, वह न ही डॉक्टर की राय है और न ही प्रतिस्थापन है। कोई भी जानकारी ट्राई करने के पहले डॉक्टर से जरूर परामर्श कर लें।
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