4 Aug 2022 | 1 min Read
Mona Narang
Author | 163 Articles
पहली बार माँ बनने वाली हर महिला को शुरुआत में बच्चे को फीड कराने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसा होना नॉर्मल है। बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराना देखने में जितना आसान लगता है उतना होता नहीं है। स्तनपान के दौरान माँ और बच्चे, दोनों की पोजीशन सही होगी तभी बच्चा अच्छे से लैच कर पाता है। इस लेख में बेबी अच्छे से दूध पी सके इसके लिए बच्चे को स्तनपान के समय कैसे पकड़ें, इसके बारे में विस्तार से जानेंगे।
नीचे बच्चे को स्तनपान के समय कैसे पकड़ें, इससे जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। यह जानने के बाद न्यू मॉम्स के लिए बच्चे को फीड कराना थोड़ा आसान होगा।
सी-सेक्शन डिलीवरी हुई हो, जिनकी ब्रेस्ट बड़ी हैं या इन्वर्टेड व फ्लैट निप्पल्स वाली महिलाओं के लिए बच्चे को फुटबॉल होल्ड अवस्था में पकड़कर दूध पिलाना आसान हो सकता है। इसके साथ ही जुड़वा बच्चों के केस में भी यह अवस्था माँ के लिए काफी आरामदायक होती है।
इसमें बच्चे को ऐसे पकड़ना है जैसे फुटबॉल को होल्ड किया जाता है। बच्चा जिस साइड से फीड कर रहा है, उसका पूरा शरीर माँ के उसी हाथ पर होता है। इस दौरान माँ को बच्चे के सिर को हथेली से सपोर्ट देना चाहिए। इस अवस्था में बच्चे का वजन माँ के पेट पर नहीं पड़ता है। यही वजह है कि सी-सेक्शन डिलीवरी के बाद महिलाएं इस अवस्था में बच्चे को फीड कराने में आरामदायक महसूस करती हैं।
बच्चे को दूध पिलाने की यह सबसे कॉमन अवस्था है। ज्यादातर समय माँ शुरुआत इसी पोजीशन से करती हैं। शुरुआत में इस अवस्था में बच्चे को लैच करने में परेशानी होती है, लेकिन समय के साथ बच्चा अच्छी तरह से लैच करने लगता है।
क्रैडल होल्ड के लिए माँ कुर्सी या बैड पर आरामदायक पोजीशन में बैठ जाएं। इसके बाद बेबी को जिस तरफ से दूध पिलाना है, उसके सिर को उसी तरफ वाले हाथ पर रखें। इस दौरान अपनी बाजू से शिशु की रीढ़, गर्दन और नीचले हिस्से को सहारा दें। चाहें तो आप इस दौरान शिशु के नीचे तकिया रख सकती हैं। ऐसा करने से आपको और शिशु दोनों को थोड़ा आराम मिलेगा।
क्रॉस क्रेडल होल्ड प्रीमैच्योर व जिन बच्चों की लैच करने की क्षमता कमजोर हो, उनके लिए यह पोजीशन परफेक्ट होती है। इस पोजीशन में माँ को क्रैडल पोजीशन की तरह ही होल्ड करना होता है। बस अंतर यह होता है कि क्रैडल पोजीशन में माँ का दूसरा हाथ ब्रेस्ट पर होता है और इसमें बच्चे के सिर के नीचे होता है। इससे बच्चे को अच्छे से लैच करने में मदद होती है।
लेड बैक होल्ड को स्ट्रेडल होल्ड (Straddle hold) के नाम से भी जाना जाता है। जिन महिलाओं को स्तनपान कराते समय कमर में दर्द होता है उनके लिए यह पोजीशन कारगर है। इसमें माँ और बच्चे दोनों कंफर्टेबल होते हैं। माँ को पीठ, गर्दन व कंधे के पीछे पिल्लो रखकर आराम से बैठना है। इस अवस्था में माँ आधी बैठी होगी और आधी लेटी। इसके बाद बेबी को अपने ऊपर ऐसे लेटाएं कि उसका मुंह आपके ब्रेस्ट पर आए।
सी-सेक्शन डिलीवरी हुई है, तो ब्रेस्टफीड कराने के लिए यह अवस्था परफेक्ट है। इसमें बच्चा जब स्तनपान करता है, उस समय भी आपको पूरा आराम मिलता है। इस पोजीशन में बच्चे को फीड कराने के लिए इस तरह करवट लेकर लेट जाएं कि आपके बेबी का चेहरा आपकी तरफ हो। अब बच्चे के सिर के नीचे हाथ रखते हुए उनके मुंह को निप्पल्स के पास लेकर आएं और उन्हें आराम से स्तनपान कराएं। बहुत सारी न्यू मॉम्स रात को बार-बार न उठकर इस तरह फीड कराना बेहतर समझती हैं।
उम्मीद करते हैं इस लेख को पढ़ने के बाद आपको बच्चे को फीड कैसे कराना है, यह समझ आ गया होगा। शिशु के लिए ब्रेस्टमिल्क के हजारों फायदे होते हैं। यही वजह है कि हर माँ अपने बच्चे को अच्छे से ब्रेस्टफीडिंग कराना चाहती है। ऐसे में अगर आप लेख में बताई गई पोजीशन्स को फॉलो कर भी बच्चे को सही तरीके से स्तनपान नहीं करा पा रही हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसके लिए लैक्टेशन एक्सपर्ट से संपर्क करें।
संबंधित लेख:
बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने से पहले जान लें ये जरूरी बातें, काम आएंगी
जब नेहा धूपिया ने ब्रेस्टफीडिंग को लेकर रूढ़िवादी सोच को दी चुनौती
हस्बैंड्स के लिए 5 टिप्स, ब्रेस्टफीडिंग के दौरान ऐसे करें वाइफ की मदद
A
Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.