25 May 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 549 Articles
जीवन कुछ और नहीं, एक बैलेंस है। हेल्दी रहने के लिए खान-पान में बैलेंस, खुश रहने के लिए पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बैलेंस। ठीक इसी तरह स्किन को हेल्दी रखने के लिए उसका pH बैलेंस रखना आवश्यक है। खासकर, शिशु की स्किन का pH Balance रहना महत्वपूर्ण होता है।
वैसे जब भी पीएच बैलेंस को लेकर बात होती है, तो अधिकतर लोग कन्फ्यूज हो जाते हैं। आपने स्किन प्रोडक्ट के विज्ञापनों में pH Balance के बारे में खूब सुना होगा। आइए, आज विस्तार से पीएच बैलेंस क्या है और कैसे बच्चों को नहलाते वक्त pH बैलेंस बनाए रख सकते हैं, इस पर चर्चा करते हैं।
‘pH (पीएच)’ का अर्थ है ‘हाइड्रोजन की क्षमता’। इंग्लिश में इसे पॉटेन्शियल ऑफ हाइड्रोजन (Potential of hydrogen) कहते हैं। दूसरे शब्दों में कहें, तो किसी भी पदार्थ में हाइड्रोजन आयन की सांद्रता (Concentration) का माप।
जैसे हर चीज का एक स्तर होता है उसी तरह पीएच का भी, जिसे pH scale कहा जाता है। यह पीएच स्केल 0 (सबसे ज्यादा एसेडिक) से लेकर 14 (सबसे ज्यादा एल्कलाइन) तक होता है।
स्किन में इसी हाइड्रोजन आयन की सांद्रता (Concentration of hydrogen) को बनाए जाने वाले बैलेंस को स्किन pH बैलेंस कहा जाता है। एसिडिटी और अल्कालिनिटी में सही संतुलन होने पर ही त्वचा सबसे अच्छी व स्वस्थ रहती है और पीएच बैलेंस बना रहता है।
शिशुओं के जन्म के समय त्वचा का पीएच 6.6 से 7.5 तक होता है। यह संभवत थोड़ा एल्कलाइन एमनियोटिक द्रव के संपर्क में आने के कारण हो सकता है, क्योंकि एमनियोटिक फ्लूड का pH 7.4 होता है। उसके बाद यह थोड़ा अम्लीय होने लगता है।
धीरे-धीरे यह pH स्तर 5.5 हो जाता है। अगर यह pH स्केल 4.8 से 5.5 के बीच रहे, तो भी स्किन के लिए ठीक है। यह pH स्तर सुनिश्चित करता है कि स्किन बैरियर सक्रिय है और सभी विषाक्त पदार्थों, बैक्टीरिया और अन्य बाहरी कारकों से त्वचा को बचा रहा है।
स्किन केयर प्रोडक्ट्स बच्चे की त्वचा के पीएच स्तर से मेल खाने वाले होने चाहिए। अधिकतर प्रोडक्ट वयस्कों के लिए बनाए गए होते हैं। जैसे कि साबुन. इनका पीएच स्तर 9 होता है। कुछ माइल्ड होने का दावा करते हैं, लेकिन इनका pH लेवल भी 6.5 से ऊपर ही होता है। ये सब शिशुओं के लिए उपयुक्त उत्पाद नहीं हैं। इसलिए बेबी सोप खरीदने से पहले pH लेवल का ध्यान रखें।
स्किन में एसिड मेंटल होता है, जो स्किन बैरियर कहलाता है। एसिड मेंटल तब बनता है जब त्वचा सीबम को स्रावित करती है और फैटी एसिड ब्रेकडाउन होता है। यह कीटाणुओं और विषाक्त पदार्थों को स्किन को नुकसान पहुंचाने से रोककर त्वचा को स्वस्थ और नमीयुक्त बनाए रखता है।
यह एसिड मेंटल ज्यादा एल्कलाइन होने पर स्किन अत्यधिक शुष्क और संवेदनशील होने लगती है। इससे त्वचा में इंफ्लेमेशन व सूजन हो सकती है। साथ ही त्वचा को फर्म व टाइट बनाए रखने वाले कोलेजन का स्तर नष्ट हो सकता है।
जब पीएच हाई होता है यानी एल्कलाइन लेवल बढ़ता है, तो स्किन संबंधी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। जैसे एक्जिमा, कैंडिडा अल्बिकन्स से होने वाला स्किन इंफेक्शन, टीनिया पेडिस एथलीट फुट, एक्ने।
यह थी शिशु की स्किन के pH को बैलेंस रखने से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें। इन्हें ध्यान में रखते हुए ही आप अपने बेबी के लिए प्रोडक्ट चुनें।
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