23 Jun 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 549 Articles
सिरदर्द होना आम है। लेकिन प्रेगनेंसी के समय में तेज सिरदर्द से महिलाओं को शंका होने लगती है कि उनकी गर्भावस्था में कोई दिक्कत तो नहीं। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि प्रेगनेंसी में सिरदर्द होना कितना आम है। साथ ही आप जानेंगे कि प्रेगनेंसी में सिरदर्द होने पर क्या करना चाहिए। यहां हमने प्रेगनेंसी में सिर दर्द से बचने के घरेलू उपाय, सिरदर्द के लक्षण और अन्य जरूरी जानकारी दी है।
हां, गर्भावस्था में सिरदर्द होना एकदम सामान्य है। एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में कहा गया है कि प्रेगनेंसी के समय और प्रसव के बाद करीब-करीब 39 प्रतिशत महिलाओं में सिरदर्द की शिकायत रहती है।
हां, रिसर्च के दौरान गर्भावस्था में हाई ब्लड प्रेशर (एक्लम्पसिया की शुरुआत) होने से पहले 30 से 50 प्रतिशत तक महिलाओं में सिरदर्द की दिक्कत नहीं पाई गई। अध्ययन में कहा गया है कि सेरिब्रल और देखने में गड़बड़ी के साथ सिरदर्द हो, तो यह प्री-एक्लेम्पसिया व प्रेगनेंसी में हाई ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है।
गर्भावस्था में सिरदर्द क्यों होता है (Pregnancy Me Sar Dard Kyu Hota Hai) सोच रही हैं, तो इसके बहुत से कारण हो सकते हैं। हम आगे आपको तिमाही के आधार पर गर्भावस्था में सिरदर्द होने के कारण बता रहे हैं।
एनसीबीआई की वेबसाइट में मौजूद एक अध्ययन में लिखा है कि तीसरी तिमाही में सिरदर्द होना सामान्य है। पहली तिमाही की सभी स्थितियां तीसरी तिमाही में भी सिरदर्द होने का कारण बन सकती हैं।
गर्भावस्था में सिरदर्द के लक्षण दिखते हैं, जिन्हें समझकर आप सही समय पर सही कदम उठा सकती है।
सिरदर्द के साथ ही कुछ अन्य जैसे आंखों में दर्द, लालीमा व जलन हो, तो सीधे डॉक्टर से संपर्क करें।
सामान्य दिनों की तरह ही गर्भावस्था में भी नॉर्मल सिरदर्द, माइग्रेन वाला दर्द, टेंशन वाला दर्द, कलस्टर सिरदर्द, साइनस सिरदर्द, प्री-एक्लेम्पसिया से होने वाला सिरदर्द हो सकता है।
माइग्रेन – गर्भावस्था में माइग्रेन वाला दर्द होना आम है। यह दर्द सिर के एक हिस्से में महसूस होता है। इस दौरान धुंधला दिखना, हाथ-पैर में झनझनाहट, आंखों में चमकदार रोशनी, स्पॉट्स दिखने जैसा एहसास हो सकता है।
टेंशन वाला सिरदर्द – टेंशन टाइप सिरदर्द गर्भावस्था में करीब 26 प्रतिशत महिलाओं को होता है। इसकी वजह पूरी नींद न लेना, आने वाले बच्चे को लेकर चिंता, मौजूदा स्थिति को लेकर चिंता, आदि हो सकते हैं।
क्लस्टर सिरदर्द – सिरदर्द की यह गंभीर स्थिति मानी जाती है। इस दौरान एक ही हिस्से में बार-बार दर्द होता है। यह तीव्र दर्द सिर के एक तरफ या एक आंख घंटों रह सकता है। रात को अचानक भी यह दर्द उठ सकता है। अधिकतर क्लस्टर सिरदर्द हार्मोनल बदलाव, धूम्रपान, शराब या फिर तेज रोशनी से होता है।
साइनस सिरदर्द – प्रेगनेंसी के शुरुआती दिनों में साइनस सिरदर्द होना आम है। ठंड के दिनों में यह दर्द ज्यादा हो सकता है।
प्रेगनेंसी में सिरदर्द की दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेनी चाहिए। हां, आप प्रेगनेंसी में सिरदर्द दूर करने के घरेलू उपाय (Pregnancy Mein Sar Dard Dur Karne ke Gharelu Upay) व टिप्स अपना सकती हैं।
भले ही प्रेगनेंसी में सिरदर्द होना सामान्य हो, लेकिन कुछ स्थितियों में सिरदर्द होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जैसे कि हमने बताया है कि सिरदर्द प्री-एक्लेम्पसिया का लक्षण भी हो सकता है। अगर सिरदर्द के साथ आंखों की रोशनी में बदलाव लगे या फिर चेहरे व हाथ पैर सूज जाएं, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
सिरदर्द के साथ पसलियों में दर्द होना भी अच्छा संकेत नहीं है। इसी वजह से बिना देरी के विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें। अपनी मर्जी से प्रेगनेंसी में सिरदर्द की दवा न लें। इससे गर्भवती महिला और भ्रूण के स्वास्थ्य पर खराब असर पड़ सकता है।
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