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5 तरह से इस्तेमाल करके प्रेगनेंसी में नारियल तेल से पाएं चमात्कारिक फायदे

5 तरह से इस्तेमाल करके प्रेगनेंसी में नारियल तेल से पाएं चमात्कारिक फायदे

9 Sep 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

प्रेगनेंसी की खबर जैसे जिंदगी में खुशी का सौगात लाता है, वैसे ही परेशानियों का सैलाब भी लाता है। लेकिन खुशी की बात यह है प्रेगनेंसी में नारियल तेल (Benefits of coconut oil) बहुत सारी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। अब आप सोच रहें होंगे कि नारियल तेल मसाज के अलावा क्या फायदा पहुँचा सकता है तो आपको इस लेख को पूरा पढ़ना पड़ेगा।

प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सारे बदलाव शरीर में होते हैं। इसलिए स्वाभाविक रूप से प्रेगनेंट महिलाएं यह सोचती है कि क्या करें और क्या नहीं करें। कोई सलाह देता है कि खूब पानी पियो और आराम करो। तो कोई कहता है कि जो मन चाहे वह खाना चाहिए, तो कोई कहता है कि चटपटा, ऑयली और सैचुरेटेड फूड्स से नहीं खाने चाहिए।

इसके साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान बहुत तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे- स्ट्रेच मार्क्स, एटोपिक डर्मिटाइटिस, रूखे बाल, झड़ते बाल आदि। ऐसे बहुत सारी समस्याओं में नारियल तेल वरदान स्वरूप काम करता है। तो फिर चलिए देर किस बात की प्रेगनेंसी में नारियल तेल के फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

प्रेगनेंसी में नारियल तेल इस्तेमाल करने के फायदे। Coconut oil benefits during pregnancy

असल में कुछ भी छोटी-मोटी समस्या हो, सबसे पहले हम घरेलू नुस्खें ही ट्राई करते हैं, और इसमें सबसे पहला नाम प्रेगनेंसी में नारियल तेल का (Benefits of coconut oil) आता है। तो चलिए प्रेगनेंसी में नारियल तेल से होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं। लेकिन आपको एक बात का ध्यान रखना होगा कि प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं की स्किन बहुत संवेदनशील हो जाती है, इसलिए नारियल तेल ऑर्गेनिक होनी चाहिए। बेबीचक्रा के सारे प्रोडक्ट्स ऑर्गेनिक और टॉक्सिन-केमिकल फ्री होते हैं। बेबीचक्रा का ऑर्गेनिक कोकोनट ऑयल वैसे तो बेबी प्रोडक्ट है लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान स्किन संवेदनशील होने के कारण ये प्रोडक्ट उनके लिए सेफ होगा।

बालों के लिए नारियल तेल-  आम तौर पर गर्भावस्था के दौरान बाल काले और घने हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोगों के बाल पहले और बेजान भी हो जाते हैं। रिसर्चों मे पाया गया है कि बालों में पोषण की कमी को पूरा करने में नारियल तेल की चंपी फायदेमंद साबित हो सकती है।

बवासीर या पाइल्स के लिए नारियल तेल-  प्रेगनेंसी के दौरान या डिलीवरी के बाद बवासीर की समस्या आम समस्या है। इसमें एनस और रेक्टम की वैरिकोज वेन्स बाहर और अंदर दोनों तरफ से सूज जाती है, इससे दर्द या खुजली की समस्या होती है। नारियल तेल का इस्तेमाल करने से दोनों लक्षणों से कुछ हद तक राहत मिलती है।

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स्ट्रेच मार्क्स के लिए नारियल तेल-  प्रेगनेंसी के दौरान स्ट्रेच मार्क्स की समस्या से तो सभी माँ जुझती हैं। जैसे-जैसे बच्चे का आकार बढ़ता है, त्वचा में खिंचाव बनता है। त्वचा के इस खिंचाव से आपके पेट, जांघ, नितंबों, बाहों और बहुत कुछ पर स्ट्रेच मार्क्स बन जाते हैं।  नारियल तेल लगाने से त्वचा में नमी बनती है, जिससे स्ट्रेच मार्क्स में कमी आती है।

एटोपिक डर्मिटाइटिस के लिए नारियल तेल-  प्रेगनेंसी के दौरान स्किन ड्राई हो जाने के कारण एक्जिमा की समस्या होने लगती है। इसके कारण त्वचा में खुजली, जलन, लालिमा जैसे लक्षण होने लगते हैं, जिसके कारण तकलीफ होती है। नारियल तेल में फैटी एसिड होता है, जिसके इस्तेमाल से धीरे-धीरे लक्षणों से राहत मिलने लगती है।

पेरिनियल मसाज के लिए नारियल तेल- ड्यू डेट पास आने के बाद से डिलीवरी के लिए तैयारी के तौर पर आपको रोजाना पेरिनियल मसाज करनी चाहिए। पेरिनम आपके वल्वा और एनस के बीच का क्षेत्र होता है, जिसमें डिलीवरी के दौरान खिंचाव उत्पन्न होता है। नारियल तेल से नियमित मसाज करने से योनि को फटने से बचाने में मदद मिलती है। लेकिन पेरिनियल मसाज करने के पहले आप अपने हाथों को अच्छी तरह से केमिकल फ्री सौम्य हैंड वाश से धो लें। बेबीचक्रा के पास नेचुरल चीजों के बना हैंडवाश है, जिसका छोटे से लेकर बड़े सब इस्तेमाल कर सकते हैं। 

अगर आपको प्रेगनेंसी में नारियल तेल का इस्तेमाल करने से किसी भी प्रकार का त्वचा संबंधी समस्या महसूस हो रही है तो तुरन्त लगाना छोड़े दे और बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।

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