30 Oct 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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सदियों से नारियल तेल का इस्तेमाल कई रोगों के उपचार के लिए घरेलू नुस्खों के रूप में उपयोग किया जाता रहा है। यह तो आपको पता ही है कि नारियल का तेल अनगिनत गुणों से भरपूर है। कभी इसका इस्तेमाल डिलीवरी के बाद माँ के ड्राई स्किन को मॉइश्चराइज करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है तो कभी सूरज की किरणों के यूवी रे बचाव के लिए नेचुरल सनस्क्रीन के रूप में भी उपयोग किया जाता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डिलीवरी के बाद माँ की स्किन बहुत संवेदनशील हो जाती है, इसलिए धूप में देर तक रहने पर सनबर्न होने की आशंका ज्यादा रहती है। दर्दनाक सनबर्न को कम करने के लिए घरेलू उपचार के रूप में नारियल का तेल इस्तेमाल में लिया जाता है। लेकिन क्या यह सचमुच सनबर्न को कम करता है, इस बात का पता लगाने के लिए आगे बढ़ते हैं।
वैसे तो नारियल तेल का इस्तेमाल त्वचा संबंधी बहुत तरह की समस्याओं के लिए किया जाता है, जैसे कि डर्मेटाइटिस और एक्जिमा। नारियल का तेल सनबर्न को कम करने में मदद करता है, इस बात का समर्थन करने वालों का दावा है कि नारियल का तेल धूप से झुलसी त्वचा की जलन और खुजली को कम करने या ठंडा करने में यह तेल बहुत काम आता है। धूप से अगर न्यू मॉम की झुलसी त्वचा शुष्क और खुजलीदार हो जाती है, तो इसके लिए नारियल का तेल लगाने से त्वचा की नमी की भरपाई करके उन लक्षणों को दूर करने में मदद मिल सकती है।
बस एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि नारियल का तेल हमेशा ऑर्गेनिक होनी चाहिए नहीं तो डिलीवरी के बाद माँ की त्वचा को नुकसान पहुँच सकता है।
सनबर्न वाले जगह पर कभी भी सीधा नारियल का तेल न लगाएं। इसके बजाय, त्वचा को ठंडा करने में मदद करने के लिए पहले प्रभावित जगह पर 15 मिनट के लिए ठंडा सेक या ठंडा नम तौलिया रखें। खुद को ठंडा करने के लिए ठंडे पानी से नहा भी सकते हैं। एक बार जब त्वचा ठंडी हो जाए (जिसमें कई घंटे लग सकते हैं), तो सनबर्न वाली जगह पर नारियल का तेल लगा सकते हैं।
इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि नारियल का तेल विशेष रूप से सनबर्न या सामान्य रूप से जलने में उपचार के रूप में मदद करता है। फिर भी, 2012 के एक अध्ययन के अनुसार, पहली डिग्री के जलने पर लोशन या जिसमें लिपिड (वसा) में उच्च मात्रा में हो या अन्य यौगिकों को लगाने से उपचार में तेजी आ सकती है और सूखापन कम हो सकता है।
नारियल के तेल में लॉरिक एसिड सैचुरेटेड फैट होता है। 2014 की समीक्षा के अनुसार, विवो और इन विट्रो अध्ययनों से पता चला है कि लॉरिक एसिड में कई ग्राम-पॉजिटिव और ग्राम-नेगेटिव बैक्टीरिया के खिलाफ जीवाणुरोधी गुण होता है। यह माना जाता है कि, इसके कारण नारियल के तेल को सनबर्न पर लगाने से संक्रमण को रोकने में मदद मिल सकती है।
चूहों पर किए गए पहले के एक अध्ययन के अनुसार, नारियल के तेल में सूजन-रोधी और दर्दनिवारक क्षमताएं हैं। इसमें शरीर के तापमान को कम करने की क्षमता भी देखी गई है।
नारियल का तेल सनबर्न पर इस्तेमाल करने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि सनबर्न के फर्स्ट लाइन ऑफ ट्रिटमेंट में इसका उपयोग नहीं किया जाता है। धूप से झुलसी त्वचा को ठंडे पानी या ठंडे सेंक से ठंडा करने के बाद यह फायदेमंद हो सकता है – आपको कभी भी त्वचा को सीधे बर्फ से ठंडा नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे त्वचा के ऊतकों को अधिक नुकसान हो सकता है।
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