29 Jun 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 549 Articles
गर्भावस्था चाहे जितना भी अच्छा सफर क्यों न हो, लेकिन प्रसव के नाम से ही बहुत महिलाओं को डर लगता है। लेबर के समय होने वाला दर्द, नॉर्मल डिलीवरी के लिए बच्चे को धकेलने के लिए लगने वाली ताकत और न जाने क्या-क्या। ऐसे में लेबर के दिन नजदीक आने से पहले ही महिलाओं को खुद को तैयार करना पड़ता है। जी हां, डिलीवरी के लिए महिला की मदद सिर्फ वो स्वयं कर सकती है। आप लेबर और डिलीवरी के लिए एक्सरसाइज करके लेबर को आसान बना सकती हैं। चलिए, आगे जानते हैं लेबर के लिए एक्सरसाइज और बॉडी पॉश्चर।
लेबर प्रेरित करने वाली एक्सरसाइज और लेबर व डिलीवरी के लिए महिला को तैयार करने वाली पोजीशन के बारे में हम इस लेख में बता रहे हैं।
पैरों के तलवों को जोड़ना
वेलमॉम की फाउंडर डॉक्टर रश्मि बताती हैं, “आपको अपनी रेस्टिंग पोजीशन पर ध्यान देना होगा। इसपर आप अपने गर्भावस्था के 7वें महीने से ही दे सकती हैं। जब भी आप बैठें तो अपने पैरों के तलवों को एक साथ जोड़ लें। कुछ इस तरह की लगे कि पैर नमस्ते कर रहा हो। इसे बटरफ्लाई पोजीशन भी कहा जाता है। इस दौरान पैर को ऊपर नीचे बिल्कुल नहीं करना है। बस आपको रिलैक्स करने के लिए बैठते समय पैरों के तलवों को एक साथ जोड़कर बैठना है बस।”
“हां, एक-दो हफ्ते तक इस स्थिति में बैठने की आदत डालने के बाद धीरे-धीरे पैरों को अपने चेस्ट के करीब लेकर आएं। जैसे कि एक दिन में आधा इंच या इससे कम पैर आगे लाए, अगले दिन एक इंच या इससे कम। इससे पेल्विक एरिया को अच्छा एक्सटेंशन मिलता है। साथ ही यह नॉर्मल डिलीवरी के लिए आपको तैयार करता है।”
वॉक पर जाएं
लेबर के लिए नियमित चलने जैसे कम प्रभाव वाले कार्डियो भी शामिल हैं। डॉक्टर बताती हैं कि लेबर के दिन नजदीक आने पर ही नहीं, बल्कि शुरुआत से ही महिलाओं को चलना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान चलने के लाभ कई हैं। साथ ही वॉक करने से लेबर को प्रेरित भी किया जा सकता है। दरअसल, यह गर्भाशय ग्रीवा के फैलाव में मदद करता है। साथ ही चलने से प्रसव को लेकर चिंताएं भी कम हो सकती हैं।
स्क्वाट
लेबर के दौरान स्क्वाट करना अच्छा माना जाता है। यह पेल्विक आउटलेट को थोड़ा खोलता है। इससे बच्चे को नीचे उतरने में मदद मिलती है। लेकिन स्क्वाट को आप सीधे लेबर के समय करूंगी सोच रही है, तो यह इस तरह से काम नहीं करेगा।
दरअसल, स्क्वाट थकाने वाली एक्सरसाइज है, इसलिए इसका नियमित अभ्यास करना आवश्यक है। आप गर्भावस्था के दौरान भी स्क्वाट करती रहें, जिससे मांसपेशियां मजबूत होंगी। इसी वजह से मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए इसका प्रेगनेंसी में बार-बार अभ्यास करना चाहिए।
बर्थिंग बॉल पर बैठना
डॉक्टर बताती हैं कि यह वॉकिंग की तरह ही रिद्धमिक एक्सरसाइज है, जो लेबर के लिए अच्छा है। पैर को हल्का फैलाकर बर्थिंग बॉल पर बैठने से रक्त प्रवाह बढ़ता है और पेल्विस खुलता है और सर्वाइकल में फैलाव आता है।
लंजेस
लंजेस करने से कूल्हे स्ट्रेच होते हैं पेल्विस खुलता है। इससे बच्चे को बर्थिंग की सही पोजीशन में आने में मदद मिलती है। लंजेस करते समय उस अवस्था में रहें, जिससे आपको सहुलियत रहे।
डॉक्टर ने जरूरी लेबर टिप्स शेयर करते हुए कहा कि इनिशियल लेबर में आराम करना होगा। क्योंकि ऐसा न करने पर लेबर के समय आपको थकान होगी और फिर आप एक्सरसाइज नहीं कर पाएंगी। साथ ही डॉक्टर का कहना है कि एक्सरसाइज खासकर स्क्वाट करते समय नाक से गहरी सांस लेना और मुंह से सांस को छोड़ना चाहिए।
यह बेहद जरूरी होता है। इस बारे में अधिक जानने के लिए आगे वीडियो देखें –
विशेषज्ञ अक्सर कम जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं को नियमित व्यायाम की सलाह देते हैं। अमेरिकन कॉलेज ऑफ ओब्स्टेट्रिशियन एंड गायनेकोलॉजिस्ट (ACOG) कुछ लक्षणों का अनुभव होने पर इसे न करने की सलाह देते हैं। यह लक्षण कुछ ऐसे हैं –
हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही लेबर को प्रेरित करने के लिए एक्सरसाइज करनी चाहिए। खासकर तब जब आपको प्रेगनेंसी हाई रिस्क वाली हो। उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था में एक्सरसाइज हानिकारक साबित हो सकती है। स्वस्थ गर्भावस्था में हल्की एक्सरसाइज शुरुआत से ही करते रहने पर लेबर के समय भी आप सही से एक्सरसाइज कर पाएंगे।
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