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कान का मैल: बच्चों का कान कैसे साफ करना चाहिए?

कान का मैल: बच्चों का कान कैसे साफ करना चाहिए?

4 Nov 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

बच्चों की देखभाल, सही तरह से करना माँ के लिए एक इम्तिहान जैसा होता है। उनको लेकर माँ के मन में हजारों सवाल होते हैं, भले ही वह छोटे हों, जैसे कि बच्चों के नाखून कब काटनी चाहिए, कान का मैल साफ करनी चाहिए या नहीं, बालों में रूसी होने पर क्या करनी चाहिए वैगरह वैगरह। तो फिर टेंशन किस बात की, आपके ऐसे ही सवालों में से एक सवाल का जवाब लेकर हम आ रहे हैं कि बच्चों के कान का मैल कैसे साफ करना चाहिए?

 बच्चों के कान का मैल साफ करने का सही तरीका क्या होता है, इस पर बात करने के पहले ये जान लेते हैं कि आखिर कान का मैल होता क्या है? क्या सचमुच इसको साफ करना जरूरी होता है जैसे कि हम मुँह या नाक साफ करते हैं? 

कान का मैल जमता क्यों है I Why do ear make wax?

कान का मैल या ईयरवैक्स कान के बाहरी कैनल में बनता है। असल में यह कान के मांसल भाग के बीच का क्षेत्र होता है,जो सिर के बाहर और मध्य कान में होता है। कान के मैल को मेडिकल टर्म में सेरूमेन (Cerumen) कहा जाता है।

शायद आपको पता नहीं कि कान का मैल निकाल फेंकने की चीज नहीं है, इसका भी शरीर में अपना एक भूमिका होता है। कान के मैल का भी कुछ काम होता है, जो कि निम्न है-

  • कान की नलिकाएं वाटरप्रूफ लाइनिंग या जलरोधक परत के रूप में काम करता है। यह कान के पर्दे को कीटाणुओं से बचाता है जो संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
  • कान का मैल गंदगी, धूल और अन्य कणों को फँसाता है, जिससे उन्हें चोट या ईयरड्रम में जलन नहीं होती है।
  • कान का मैल हमारे कान को साफ और स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • ये कान के नलिकाओं के ऊपर जमी परत को सूखने या उनमें दरार पड़ने से रोकता है।
  • ज्यादातर समय कान की नलिकाएं खुद ही अपनी सफाई कर लेती हैं।

कान का मैल बाहरी कान के कैनल के माध्यम से कान के ओपनिंग तक अपना रास्ता बनाता है। फिर या तो यह निकल जाता है या नहाने के दौरान बाहर आ जाता है। ज्यादातर बच्चों में, बाहरी ईयर कैनल हर समय ईयरवैक्स बनाती है, इसलिए कैनल में हमेशा कान का मैल होता है।

क्या कान का मैल साफ करना चाहिए?/चित्र स्रोत: गुगल

क्या कान के मैल को साफ करना चाहिए I Does Ear wax need to be removed?

आमतौर पर, ईयरवैक्स को हटाने की कोई जरूरत नहीं होती है क्योंकि यह अपने आप निकल जाता है। बच्चे के कानों में कुछ भी चिपकाने से संक्रमण या कान के नलिकाओं या ईयरड्रम को नुकसान पहुँचने का खतरा बढ़ जाता है। कॉटन स्वैब कई तरह की ग्रूमिंग जरूरतों के लिए उपयोगी होते हैं, लेकिन इनका उपयोग बच्चों के कान के ईयरवैक्स को हटाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए। ज्यादातर मामलों में, कान का मैल स्वस्थ स्तर पर तभी रहेगा जब नियमित रूप से बच्चे को नहलाया जाएगा।

कुछ बच्चों में दूसरों की तुलना में अधिक कान का मैल होता है, सामान्य तौर पर कान उतना ही वैक्स बनाता है, जितना उसे चाहिए। बहुत कम मामलों में, बच्चों के कान बहुत अधिक ईयरवैक्स बनाते हैं। और कभी-कभी कान का मैल कान के नलिकाओं का निर्माण और अवरुद्ध कर सकता है, खासकर जब एक उंगली, ईयरबड्स, या कोई और वस्तु से धक्का दिया जाता है। ऐसी अवस्था में सुनने के शक्ति प्रभावित होती है या दर्द या परेशानी का कारण बनता है, फलस्वरूप डॉक्टर का सहारा लेना अनिवार्य हो जाता है।

आपके जानकारी के लिए बता दें कि इन हालातों में पैरेंट्स को बच्चों के कान का मैल निकालने के लिए घर पर कोई कोशिश नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इससे कान की नलिकाओं को नुकसान पहुँचने पर बच्चे की सुनने की शक्ति सबसे पहले प्रभावित होती है।

यदि आपके बच्चे को कान के मैल के कारण तकलीफ हो रही है और आपको कान का मैल दिखाई दे रहा है तो कान के बाहरी हिस्से को बैंबू वाटर वाइप्स से धीरे-धीरे पोंछ दें। लेकिन कान के अंदर डालने के लिए कॉटन स्वाब, उंगली या कोई क्लिप या पिन आदि डालने की गलती न करें।

कान में कोई चीज डालने पर नाजुक नलिकाओं या कैनल और ईयरड्रम को नुकसान पहुँच सकता है। इसके लिए आप ओवर-द-काउंटर ईयरवैक्स हटाने के उपचार के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। अब तक के चर्चा से आप समझ ही चुके होंगे कि कान का मैल साफ करने की खास जरूरत नहीं होती है और अगर जरूरत पड़ा तो डॉक्टर से संपर्क करें खुद से करने की गलती न करें।

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