26 Apr 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
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मॉर्निंग सिकनेस होने पर गर्भवती महिलाएं तरह-तरह के जतन करती हैं, लेकिन राहत मिल नहीं पाती। ऐसे में मॉर्निंग सिकनेस से राहत पाने के लिए खुशबू मदद कर सकती हैं। साथ ही कुछ गंध माॉर्निंग सिकनेस की शिकायत को बढ़ा सकती हैं। इसी वजह से इस लेख में हम मॉर्निंग सिकनेस से राहत दिलाने वाले और दिक्कत को बढ़ाने वाली गंध की जानकारी दे रहे हैं।
मॉर्निंग सिकनेस से राहत पाने के लिए इन खुशबी की मदद ली जा सकती है। यह आसानी से उपलब्ध भी हैं और इन्हें यात्रा के दौरान भी अपने साथ रखना आसान है।
पुदीने से आने वाली भिनी-भिनी खुशबू से मॉर्निंग सिकनेस के कारण मिचलाने वाले मन और उल्टी जैसे एहसास को कम करने में मदद मिल सकती है। इसमें उल्टी के एहसास का दमन (सप्रेस) करने वाला गुण होता है। पुदीने की ताजी पत्तियों को सूंघ लें।
अगर सफर कर रही हैं, तो मिन्ट एसेंशियल ऑयल या फिर पुदीने की सूखी पत्तियों को अपने पास रखें और जब भी मॉर्निंग सिकनेस का अनुभव हो इसे सूंघ लें।
उल्टी और मतली यानी मॉर्निंग सिकनेस होने पर अदरक की खुशबू भी मददगार साबित हो सकती है। इसे रिसर्च के दौरान कुछ अन्य रोगियों को भी दिया गया, जिन्हें मतली की दिक्कत थी और परिणाम सकारात्मक पाए गए। सीधे अदरक को सूंघने व अदरक के तेल (ginger oil) का उपयोग फायदेमंद साबित हो सकता है।
लैवेंडर की खुशबू से जी-मिचलाने की दिक्कत के साथ ही कई अन्य समस्याएं भी दूर हो सकती हैं। जी हां, मॉर्निंग सिकनेस के कारण होने वाली उल्टी और जी-मिचलाने के साथ ही लैवेंडर से अनिद्रा और चिंता की शिकायत भी कम हो सकती है।
लैवेंडर एसेंशियल ऑयल मॉर्निंग सिकनेस से राहत पाने के लिए काफी प्रभावकारी माना जाता है। आप अपने रूमाल पर लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें डालें या एक थैली में लैवेंडर के कुछ सूखे फूल भी अपने पास रख सकते हैं। इसे सूंघने के बाद गहरी सांस लेना याद रखें।
सौंफ पाचन तंत्र को आराम देकर मतली को रोक व राहत दिलाता है। इस आधार पर माना जाता है कि सौंफ की खुशबू और सौंफ का एसेंशियल ऑयल भी समान प्रभाव दिखा सकता है। आप रूमाल में सौंफ का तेल डालकर सूंघ सकते हैं या फिर किसी अन्य तेल में इसे मिलाकर शरीर के कुछ प्रेशर प्वॉइन्ट में लगा सकते हैं। साथ ही सौंफ के बीज या इसके पाउडर को भी अपने साथ रखकर इनकी खुशबू ले सकते हैं।
नींबू और लेमन एसेंशियल ऑयल भी मॉर्निंग सिकनेस से राहत दिला सकता है। एक रिसर्च पेपर में कहा गया है कि लेमन एसेंशियल ऑयल को एक डिफ्यूजर में डालकर बेडरूम में लगाने से मॉर्निंग सिकनेस का प्रभाव कम होता है।
अध्ययन के दौरान करीब 40 प्रतिशत महिलाओं ने नींबू की खुशबू का इस्तेमाल मॉर्निंग सिकनेस के कारण होने वाली जी-मिचलाने की शिकायत और उल्टी को दूर करने के लिए किया। इनमें से 26.5% महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण नियंत्रित करने में मदद मिली।
मॉर्निंग सिकनेस से राहत दिलाने में जितना बशबू मदद करती है, उतना ही खराब महक से यह दिक्कत बढ़ सकती है। इसी वजह से हम आगे बता रहे हैं कि मॉर्निंग सिकनेस किन महक के कारण बढ़ता है। आप जितना हो सके, उतना इनकी महक से दूर रहने की कोशिश करें।
अब आप समझ ही गए होंगे कि कैसे गंध से मॉर्निंग सिकनेस से राहत भी मिल सकती है और ये दिक्कत बढ़ भी सकती है। इसलिए, हमेशा उन गंधों से दूर रहें, जिनके चलते मॉर्निंग सिकनेस संबंधी तकलीफ होने लगे। अगर खाना पकाते समय तेज गंधी आती है, तो घर की सारी खिड़कियां खोल दें। साथ ही खाने को ज्यादा गर्म खाने से बचें, क्योंकि गर्म खाने से खुशबू तेज आती है।
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