15 Jul 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 549 Articles
गर्भपात मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप से महिला को प्रभावित करता है। लेकिन, यह भी सच है कि गर्भपात होना सामान्य है। भले ही गर्भपात के बाद साधारण जीवन शुरू करने में समय लगे, लेकिन कुछ समय बाद महिला को ऐसा करना पड़ता है। इसी वजह से हम बता रहे हैं कि गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए।
यहां विस्तार से गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए (Miscarriage ke kitne din baad sambandh banana chahiye), से जुड़ी सभी जानकारी से दी गई है। चलिए, स्क्रॉल करके आगे लेख पढ़ते हैं।
गर्भावस्था के 20वें सप्ताह से पहले भ्रूण को स्वतः नुकसान पहुंचना गर्भपात कहलाता है। अगर गर्भस्थ शिशु को 20वें हफ्ते के बाद नुकसान पहुंचता है, तो उसे स्टिलबर्थ कहा जाता है। ध्यान दें कि गर्भपात एक स्वाभाविक रूप से होने वाली घटना है। चिकित्सा या सर्जिकल क्रिया से होने वाला एबॉर्शन कहलाता है।
गर्भपात क्या है, जानने के बाद हम गर्भपात के बाद सेक्स लाइफ में होने वाले बदलावों की बात करेंगे।
गर्भपात के बाद सेक्स एक व्यक्तिगत अनुभव है। किसी के लिए यह अलग और किसी के लिए पहले जैसा ही अनुभव हो सकता है। बताया जाता है कि गर्भपात के बाद महिलाओं की सेक्स ड्राइव अलग हो सकती है। लेकिन, कुछ समय के बाद ज्यादातर महिलाओं की सेक्स ड्राइव पहले जैसी हो जाती है।
अब हम बताएंगे कि गर्भपात के बाद संबंध बनाना सुरक्षित है या नहीं। उसके बाद जानेंगे कि गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए (Miscarriage ke kitne din baad sambandh banana chahiye)।
हां, गर्भपात के बाद संबंध बनाना सुरक्षित है, लेकिन तुरंत नहीं। सलाह दी जाती है कि गर्भपात के बाद थोड़ा समय रुक कर ही सेक्स लाइफ की शुरुआत की जाए। शरीर को गर्भपात से रिकवर होने के लिए समय की जरूरत होती है। साथ ही एक से दो हफ्ते तक महिला के योनि से रक्तस्राव हो सकता है और महिला को संबंध बनाते समय असुविधा भी हो सकती है।
चलिए, अब जानते हैं कि गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए (Miscarriage ke kitne din baad sambandh banana chahiye)।
गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए, इसका जवाब हर महिला के अनुसार अलग हो सकता है। गर्भपात के बाद सेक्स तब करना चाहिए, जब महिला को पूरी तरह से ठीक लगे। शारीरिक और मानसिक रूप से महिला खुद को तैयार महसूस करते ही अपनी सेक्स लाइफ को दोबारा शुरू कर सकती है। आदर्श रूप से डॉक्टर गर्भपात के एक से दो हफ्ते बाद सेक्स लाइफ शुरू करने की सलाह देते हैं।
अब तो आप समझ गए हैं कि गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए। आगे अन्य बातों पर नजर डालते हैं।
गर्भपात के तुरंत बाद सेक्स करने के दुष्प्रभाव में महिला को होने वाली असुविधा है। हो सकता है कि महिला पार्टनर गर्भपात के बाद तुरंत बाद सेक्स को इंजॉय न कर पाए। महिला को दर्द हो सकता है। साथ ही तनाव का स्तर बढ़ सकता है।
गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए, यह तो आप समझ गए हैं। गर्भपात के बाद मिसकैरेज को भुलाकर खुश रहने की कोशिश करें और डाइट को हेल्दी रखें। यही गर्भपात के बाद घरेलू उपचार कहलाता है। आप गर्भपात के एक हफ्ते बाद डॉक्टर की सलाह पर हल्के व्यायाम और टहलना शुरू कर सकती हैं।
गर्भपात के बाद सेक्स लाइफ के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखी जानी चाहिए। इसमें सबसे जरूरी बात है कि धीरे-धीरे सहवास करें। हर सेक्स पोजीशन को आराम से करें, ताकि असुविधा न हो। साथ ही कभी मन न हो, तो खुलकर अपने पार्टनर के सामने अपनी बात रखें।
गर्भपात के बाद सेक्स करने का मन लंबे समय तक न करे या सहवास के समय बहुत ज्यादा दर्द होने लगे, तो आप डॉक्टर से संपर्क करें।
अब आप समझ ही गए होंगे कि गर्भपात के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए (Miscarriage ke kitne din baad sambandh banana chahiye)। गर्भपात के बाद आप अपना अच्छे से ख्याल रखें और अपने मन की सारी बातें अपने पार्टनर से खुलकर करें। इसी से गर्भपात के बाद एक सामान्य जीवन शुरू हो पाएगा।
चित्र स्रोत – pexels
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