प्रेग्नेंसी के नौ महीने का सफर तय करके एक महिला रियल मॉम बनती है। जाहिर सी बात है एक साधारण महिला को मां बनाने वाली प्रेग्नेंसी इतनी आसान नहीं होती। कभी महिला एकदम खुश और अच्छा महसूस करती है, तो कभी उदास और तबीयत बिगड़ी-बिगड़ी लगती है। इस समय अनुभवी माँ की प्रेग्नेंसी टिप्स की बहुत जरूरत होती है।
अक्सर पहला गर्भ धारण करने वाली महिलाएं प्रेग्नेंसी के इन नौ महीनों को थोड़ा आसान बनाने के टिप्स ढूंढती रहती हैं, लेकिन उनके हाथ कुछ काम का नहीं लगता। ऐसे में हम आपके लिए कुछ रियल मॉम्स द्वारा दिए गए टिप्स लेकर आए हैं, जिनसे आप अपनी प्रेग्नेंसी के इस दौर को थोड़ा आसान बना सकती हैं।
प्रेग्नेंसी के नौ महीने को आसान बनाने वाले रियल मॉम्स के कारगर टिप्स
कहते हैं अनुभवियों की सलाह काफी काम की होती है। ऐसा ही अनुभवी लोगों की सलाह प्रेग्नेंसी के समय मिल जाए, तो गर्भावस्था के नौ महीने को आसान बनाने मदद मिल जाती है। इसलिए हम रियल मॉम्स द्वारा आजमाए गए प्रेग्नेंसी टिप्स यहां बता रहे हैं।
रियल मॉम सुनिता ने आगे कहा, “मैं दिनभर हाइड्रेट रहने के लिए 4-4 बार नारियल पानी, छाछ, फलों के जूस लेती थी। इसकी सलाह डॉक्टर ने मेरी शारीरिक अवस्था को समझकर लेने के लिए दी थी। यह प्रेग्नेंसी टिप्स मॉर्निंग सिकनेस से परेशान गर्भवती माँ के लिए मददगार साबित हो सकती है।”
जोड़ों और एड़ियों के दर्द के लिए – गर्भावस्था में जोड़ों व एड़ियों में दर्द का भी महिलाओं को सामने करना पड़ता है। दो बच्चों को जन्म दे चुकीं रियल मॉम शालू ने बेबीचक्रा को बताया, “मुझे गुनगुने पानी में नमक डालकर उसमें घुटनों तक पैरों को भिगोने से राहत मिलती थी।” बस ध्यान दें कि पानी ज्यादा गर्म न हो।
एसिडिटी और गैस की दिक्कत के लिए – एसिडिटी और गैस हो जाए, तो पूरा दिन ही बिगड़ जाता है और प्रेग्नेंसी में ये दोनों ही लगे रहते हैं। रियल मॉम डॉ मौसमी दत्ता बताती हैं, “मैं एसिडिटी से निपटने के लिए अजवाइन को गर्म पानी के साथ लेती थी।”
इस दौरान अजवाइन को हल्का भूनकर इसका पाउडर बनाकर भी ले सकते हैं। इस पाउडर को चूर्ण की तरह या पानी के साथ ले सकते हैं। रियल मॉम सुनिता रेग्मी ने भी इस हैक को कारगर बताया है।
हार्टबर्न के लिए – सीने में जलन की समस्या भी प्रेग्नेंसी के लक्षण में शामिल है। इससे बचने का सबसे कारगर उपाय ज्यादा मिर्च मसाले वाले खाने से बचना है। साथ ही एक ही बार में बहुत ज्यादा खाना खाने के बजाय थोड़ा-थोड़ा करके खाएं।
इसके अलावा, खाने के तुरंत बाद लेटने से बचें। इन बातों का ख्याल रखने पर हार्टबर्न की परेशानी से बहुत राहत मिलती है। कई रियल मॉम्स ने भी इन तरीकों को असरदार बताया है।
उल्टियों के लिए – प्रेग्नेंसी में होने वाली उल्टियों को रोकने के लिए यूं तो कुछ किया नहीं जा सकता है। लेकिन, इसकी वजह शरीर में होने वाली पानी की कमी व कमजोरी को पूरा करने के लिए ओआरएस का सेवन कर सकते हैं।
रियल मॉम डॉ मौसमी दत्ता ने बेबीचक्रा को बताया, “मुझे भी प्रेग्नेंसी के समय खूब उल्टियां होती थीं, इसलिए डॉक्टर ने उन्हें ओआरएस का घोल लेने की सलाह दी थी।”
कब्ज के लिए –प्रेग्नेंसी के लक्षण में कब्ज, थकान और सूजन की शिकायत भी शामिल है। इससे बचने का भी अधिकतर रियल मॉम्स ने एक ही तरीका बताया है और वो है पर्याप्त मात्रा में पानी पीना। रियल मॉम राधा क्षेत्री बताती हैं, “मुझे डॉक्टर ने एक दिन में 8 से 10 गिलास पानी पीने की सलाह दी थी।”
रियल मॉम राधा क्षेत्री ने आगे कहा, “मुझे डॉक्टर ने खीरे और तरबूज का जूस, सूप और केले का सेवन भी करने के लिए कहा था। इससे कब्ज की परेशानी ही नहीं, बल्कि थकान, सिर दर्द और सूजन से भी मुझे काफी हद तक राहत मिली।”
अनिद्रा के लिए – शरीर में हो रहे कई तरह के परिवर्तन और पेट का साइज बढ़ने की वजह से अनिद्रा भी प्रेग्नेंसी के लक्षण में शामिल है। रियल मॉम सुष्मिता ने बेबीचक्रा से बात करते हुए कहा, “बेड में सही पोजिशन में आने के लिए प्रेग्नेंसी पिलो ने उनकी मदद की।”
उन्होंने आगे कहा, “जब सही पोजिशन में लेटने के बाद भी मुझे नींद नहीं आती थी, तो मैं एक गिलास गर्म दूध पी लेती थी। कभी गुनगुने पानी से नहाने लेती थी। इनसे मुझे अच्छी नींद आ जाती थी। अच्छी नींद लेने से प्रेग्नेंसी वाली थकान भी कम लगती थी। मैं दिन में भी समय मिलने पर थोड़ी देर सो जाती थी। इससे एनर्जी मिलती थी।”
पेट फूलने के लिए – अधिकतर रियल मॉम्स ने इसके लिए शारीरिक गतिविधियों को अच्छा बताया है। उनका कहना है कि हल्की-फुल्की गतिविधियों से पैरों में होने वाले क्रेम्प्स और पेट फूलने की समस्या से उन्हें राहत मिली। इसके अलावा, अजवाइन भी पेट फूलने की परेशानी को कुछ कम कर सकता है।
कमर दर्द के लिए – रियल मॉम औली त्यागी ने बेबी चक्रा को बताया, “कमर दर्द में मेरे लिए सबसे प्रभावी स्ट्रेचिंग रही। मैं सुबह बेड में लेटे-लेटे ही हल्की बॉडी स्ट्रेच करती थीं, जिससे कमर दर्द में आराम मिलता था।”
औली ने आगे बताया कि मैंने लोअर बैक की मसाज भी करवाई थी और आरामदायक जूते भी पहने थे। इन सबकी मदद से ही मुझे कमर दर्द थोड़ा कम लगता था।
बस तो ये थे प्रेग्नेंसी टिप्स, जो खुद रियल मॉम्स ने दिए हैं। ये प्रेग्नेंसी टिप्स उन नौ महीनों को थोड़ा आसान बना सकते हैं। हां, इस बात पर गौर करें कि हर महिला की गर्भावस्था और शरीर के कार्य करने का तरीका अलग होता है। ऐसे में जरूरी नहीं कि यहां बताए गए सारे टिप्स आप पर भी असरदार साबित हों।
इन्हें आजमाने पर अगर कोई भी परेशानी लगे, तो उन प्रेग्नेंसी टिप्स को फॉलो न करें। साथ ही इन टिप्स को पढ़कर अपने खानपान में कुछ जोड़ने की सोच रही हैं, तो एक बार अपने चिकित्सक की सलाह जरूर लें।
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