26 Apr 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
सिजेरियन डिलीवरी (सी-सेक्शन) से प्रसव का चरण नाजुक होता है। सामान्यता सिजेरियन सेक्शन से शिशु को जन्म देने के लिए माँ के पेट के जरिए गर्भाशय में चीरा लगाया जाता है और फिर सुरक्षित तरीके से शिशु को माँ के गर्भ से बाहर निकाला जाता है।
ऐसे में सिजेरियन डिलीवरी (सी-सेक्शन) के दौरान माँ व नर्स को ऑपरेशन के दौरान व बाद में कोई परेशानी न हो, इसके लिए माँ को पहले से ही कुछ जरूरी तैयारियां करनी चाहिए। सिजेरियन डिलीवरी से पहले की तैयारी में उन्हें अपने मैटरनिटी बैग में कुछ खास चीजों को शामिल करना चाहिए। क्या हैं वो चीजें इस लेख में आगे पढ़ेंगे।
सिजेरियन डिलीवरी (सी-सेक्शन) के लिए तैयारी करते समय मैटरनिटी बैग में क्या-क्या होना चाहिए, इसे जानने से पहले कुछ जरूरी बातों को भी पढ़ें।
जहां सामान्य प्रसव से होने वाली डिलीवरी के बाद माँ व नवजात शिशु को एक से दो दिन बाद अस्पताल से डिस्चॉर्ज कर दिया जाता है, वहीं सिजेरियन डिलीवरी (सी-सेक्शन) के बाद माँ व नवजात शिशु को लगभग एक हफ्ते तक अस्पताल में रहना एडमिट रहना पड़ सकता है।
ऐसे में उन्हें सी-सेक्शन मैटरनिटी बैग को तैयार रखना चाहिए, ताकि अस्पताल में रहते हुए माँ व नवजात शिशु को किसी चीज की कमी न खले। प्रसव की तैयारी के लिए मैटरनिटी बैग में निम्नलिखित चीजों को अवश्य रखें, जैसेः
अपनी गर्भावस्था से जुड़े दस्तावेज, जैसे- टेस्ट, दवाओं की पर्ची, पहचान प्रमाण पत्र, मैटरनिटी बीमा और अस्पताल फॉर्म को जरूर रखें। ताकि जरूरत के समय इनका इस्तेमाल किया जा सके।
मैटरनिटी बैग में मैटरनिटी क्लॉथ के साथ ही, नवजात शिशु के कपड़े भी अवश्य रखें। ध्यान रखें ये कपड़े मौसम के अनुसार होने चाहिए। सर्दियों के लिए ऊनी व गर्म कपड़े, तो गर्मियों के लिए कॉटन के कपड़े रखें।
सी-सेक्शन के बाद नवजात शिशु को स्तनपान कराना आसान बनाने के लिए मैटरनिटी ब्रा पहनें। इसलिए, मैटरनिटी बैग में मैटरनिटी ब्रा भी जरूर शामिल करें।
शिशु के जन्म के बाद कुछ स्थितियों में योनि से रक्तस्राव भी हो सकता है। ऐसे में मैटरनिटी बैग में सैनेटरी पैड भी जरूर रखें।
अस्पताल में बाथरूम जाने के लिए अलग से जूते-चप्पल रखें व अस्पताल में इधर-ऊधर घूमने के लिए दूसरे जूते-चप्पल रखें। जूते-चप्पल आरामदायक की चुनें।
सिजेरियन डिलीवरी किसी भी मौसम में हो, अपने साथ लिप बाम जरूर रखें। वहीं, अस्पताल के कमरे के तापमान व प्रसव के बाद होने वाले शारीरिक बदलाव से होंठ सूख सकते हैं। ऐसे में लिप बाम माँ के होंठों का ध्यान रखने में मदद करेंगे।
मैटरनिटी बैग में मैटरनिटी पिलो भी रखें। यह संकुचन का दर्द कम करने में मदद कर सकता है।
मेकअप करना है या नहीं करना है, यह पूरी तरह से नई माँ की इच्छा पर निर्भर करता है। अगर मेकअप करना पसंद है, तो मैटरनिटी बैग में अपनी पसंद की मेकअप किट भी शामिल कर सकती हैं।
दैनिक वस्तुएं जैसे- टूथब्रश, टूथपेस्ट, नहाने का साबुन, शैंपू, बॉडी लोशन, हेयर ऑयल, कंघी आदि भी मैटरनिटी बैग में जरूर रखें।
माँ को खुद के लिए और नवजात शिशु के लिए मैटरनिटी बैग में दो से चार अलग-अलग तौलिया रखनी चाहिए।
मैटरनिटी बैग में मोबाइल फोन, टैबलेट, चार्जर, लैपटॉप जैसे अन्य गैजेट भी रखें। ध्यान रखें इन गैजेट में वहीं वस्तुएं शामिल करें, जिनका उपयोग जरूरी हो।
प्रसव के दौरान खुद के अनुभव, विचारों, अस्पताल में डॉक्टर व अन्य लोगों के रवैये आदि को नोट करने के लिए एक डायरी और पेन भी रख सकती हैं।
मैटरनिटी बैग अपनी पसंद कि कुछ किताबें भी रख सकती हैं, जिन्हें आप बोरियत होने पर पढ़ सकती हैं।
मैटरनिटी बैग में किस तरह के स्नैक्स रख सकती हैं, इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। वैसे इस दौरान ड्राई फ्रूट्स से लेकर घर पर माँ के लिए बनाए जाने वाले लड्डू रख सकती हैं।
अगर महिला को अस्पताल के बेडशीट व कंबल इस्तेमाल करने में आरामयदायक महसूस ना हो।
अगर महिला को अस्पताल के बेडशीट व कंबल इस्तेमाल करने में आरामयदायक महसूस नहीं होते हैं, तो वह सिजेरियन डिलीवरी से पहले प्रसव की तैयारी वाले मैटरनिटी बैग में 2 से 3 बेडशीट व कंबल रख सकती हैं।
वैसे तो शिशु के जन्म के बाद माँ का स्तनपान ही कराना चाहिए, लेकिन स्तनपान की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए मैटरनिटी बैग में शिशु के लिए दूध की बोतल भी अवश्य रखें।
नवजात शिशु के पॉटी को साफ करने के लिए कॉटन से बने लंगोट भी मैटरनिटी बैग में रखें। लंगोट के बजाय अच्छी गुणवत्ता के डायपर भी रख सकती हैं, लेकिन ऐसा अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही करें।
इन सब बातों के अलावा, सी-सेक्शन से पहले महिला को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इसका भी ध्यान रखना चाहिए, जिसके बारे में नीचे बताया गया है।
गर्भवती महिला को गर्भावस्था का नौवां महीना शुरू होते ही अपना मैटरनिटी बैग अपने जरूरत के अनुसार तैयार कर लेना चाहिए। सिजेरियन डिलीवरी के लिए मैटरनिटी बैग में कुछ अन्य जीचों को भी जोड़ सकती हैं। इसके अलावा, एक ही बार में मैटरनिटी बैग का सारा सामान लेकर न जाएं। बल्कि, घर से आने वाले सदस्यों से थोड़ा-थोड़ा सामान करके अस्पताल में मंगवा सकती हैं।
Related Articles:
सिजेरियन डिलीवरी के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए– आपका सी-सेक्शन हुआ है और अभी आप रिकवरी फेज में हैं, तो सिजेरियन डिलीवरी के बाद संबंध को लेकर सवाल मन में उठ सकते हैं।
A
Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.