26 Sep 2022 | 1 min Read
Mousumi Dutta
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हमेशा से बच्चों का खून मच्छरों के लिए उनकी पहली पंसद ही है। इसलिए जब आप बच्चों के साथ बाहर जाते हैं तो खुद और बच्चों को बचाना आपका दायित्व बन जाता है। क्योंकि मच्छर काटने से खुजली होना ही सिर्फ परेशानी का सबब नहीं बनता है बल्कि साथ में मलेरिया, डेंगू जैसे बीमारी होने का भी बच्चों को खतरा होता है।
वैसे तो अधिकांश कीट के काटने पर डंक जहरीले नहीं होते हैं, पर उनके काटने पर त्वचा पर एलर्जी या दूसरे परेशानियों का कारण बन सकता है। जिनमें मच्छर, मक्खी, पिस्सू, मकड़ी, टिक्स, ततैया, मधुमक्खी और भृंग के कारण होते हैं।
बचपन में एक नियम के आधार पर बार-बार कीड़े के काटने (जैसे मच्छरों) से प्रतिक्रिया का आकार बचपन में बड़ा होता है, फिर धीरे-धीरे कम होता जाता है क्योंकि बच्चा बड़ा हो जाता है। सभी कीड़ों के काटने से एलर्जी हो सकती है। प्रतिक्रिया का आकार आपके बच्चे को एलर्जी की डिग्री पर भी निर्भर करता है। कभी-कभी, बच्चों को गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है, जिसे एनाफिलेक्सिस कहा जाता है।
जब मच्छर बच्चे को काटता है तब बच्चा मच्छर काटने से खुजली होने के कारण रोता है, बेचैन होता है। मच्छर ने जिस स्थान पर काटा है, उस जगह पर हल्का लाल दाने की तरह या सूजा हुआ दिख सकता है।
हम आपकी सहुलियत के लिए मच्छरों के काटने पर क्या निशान, संकेत या लक्षण त्वचा पर नजर आते है, इस बारे में आगे बताएंगे। इसकी मदद से आपको यह समझने में आसानी होगी कि मच्छर ने काटा है या किसी दूसरे कीड़े ने-
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के विश्वसनीय स्रोत के अनुसार, बच्चों को मच्छरों के काटने से अधिक गंभीर प्रतिक्रिया का खतरा हो सकता है। इससे प्रभावित क्षेत्र में मच्छर काटने से खुजली के अलावा और गंभीर सूजन हो सकती है और यहां तक कि कुछ चोट लगने या फफोले भी हो सकते हैं। उन अधिक गंभीर मामलों में, बच्चे को पित्ती, सूजी हुई लिम्फ नोड्स या हल्का बुखार का भी अनुभव हो सकता है।
बच्चों को मच्छर काटने से खुजली होने पर इलाज के रूप में कुछ काम कर सकते हैं, इससे बच्चे को जल्दी आराम मिलेगा –
अब मच्छर काटने से कैसे बचाएंगे इस बात पर ध्यान देते हैं-
इसके अलावा अगर स्प्रे पसंद न हो तो नेचुरल मॉस्क्विटो रिपलेंट पैचेज भी विकल्प के रूप में बेबीचक्रा ने बनाया है। इसको सिर्फ बच्चे के कपड़े पर कहीं भी लगा दे सकते हैं और फिर मच्छरों से हो जाइए टेंशनफ्री।
मच्छरदानी लगाकर सोएं– वैसे तो आजकल इसका चलन खत्म होने लगा है। लेकिन रात को सोते समय मच्छरदानी लगाकर सोने से बच्चों को मच्छरों से बचा सकते हैं।
अब आप समझ ही गए होंगे कि बच्चों को मच्छर काटने से खुजली होने पर क्या करना चाहिए और मच्छर काटने से बच्चों को बचाने के लिए कौन-से उपाय करने चाहिए।
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