5 Jul 2022 | 1 min Read
Vinita Pangeni
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मच्छर इंसानों के शरीर की गंध, इस्तेमाल किए गए प्रोडक्ट की खुशबू, गहरे रंग के कपड़े और शरीर के तापमान की वजह से हम सभी की ओर आकर्षित होते हैं। बड़े तो हाथ-पैर मारकर उन्हें भगा लेते हैं, लेकिन बच्चे ऐसा नहीं कर पाते हैं। इसी वजह से बच्चों को मच्छर के काटने का खतरा ज्यादा रहता है। अक्सर हम मच्छर को दूर रखने के लिए बच्चों के लिए मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे (Mosquito repellent spray for kids in Hindi) खरीदते हैं।
मगर बच्चों के लिए सुरक्षित मॉस्किटो रिपेलेंट का चुनाव कैसे करें, यह एक मुश्किल सवाल है। इसी वजह से इस लेख में हम इससे संबंधित सभी सवालों का जवाब दे रहे हैं।
बच्चों का मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे पूरी तरह से प्राकृतिक होना चाहिए। इसके अलावा, बच्चों के मॉस्किटो रिपेलेंट में ये विशेषताएं होना जरूरी है।
अगर बच्चा एक साल से छोटा है, तो आप उसके लिए मॉस्किटो रिपेलेंट पैच का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे बस बच्चे के कपड़े में चिपकाना होता है, इसलिए यह छोटे बच्चों के लिए ज्यादा सुरक्षित है।
बच्चों के मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे में लेमनग्रास, तुलसी, एलोवेरा, नीम और ऑर्गेनिक नारियल तेल जैसी प्राकृतिक सामग्रियां होनी चाहिए। इनके बारे में आगे विस्तार से जानिए।
लेमनग्रास – लेमनग्रास में सिट्रोनेला ऑयल होता है। यह एक शक्तिशाली मॉस्किटो रिपेलिंग (Repelling) प्रॉपर्टीज के लिए जाना जाता है। यह प्रभाव बच्चे को परेशान करते और आसपास मंडराते मच्छर को भगाने का काम करता है।
तुलसी – तुलसी में एंटीमाइक्रोबियल यानी रोगाणुरोधी प्रभाव होता है। यह बच्चे को बैक्टीरिया और मलेरिया के कीटाणु से बचा सकता है। साथ ही तुलसी में मॉस्किटो रिपेलेंट प्रभाव भी होता है।
एलोवेरा – बच्चों का मॉस्किटो रिपेलेंट (Mosquito repellent in Hindi) एलोवेरा युक्त भी होना चाहिए। एलोवेरा में स्किन सूदिंग और हाइड्रेटिंग प्रभाव होते हैं।
एलोवेरा में लार्विसाइडल (larvicidal) एक्टीविटी भी होती है। यह लार्वासाइड एक्टीविटी मच्छरों का भगाने में उन्हें मदद करता है। यह नन्हे-मुन्नों को खतरनाक मच्छरों से बचाता है और उनकी त्वचा को हाइड्रेट भी रखता है।
साथ ही इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव भी होता है। यह सूजन, दर्द जैसी परेशानी को कम कर सकता है। साथ ही मच्छर के काटने से होने वाली खुजली भी कम कर सकता है। अगर कभी मच्छर काट ले, तो खुजली और दर्द को कम करने के लिए आफ्टर बाइट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
नीम – बच्चों का मॉस्किटो रिपेलेंट (Mosquito repellent spray for kids in Hindi) नीम युक्त होना चाहिए। यह मच्छर को भगाने वाला सबसे पुराने तरीकों में से एक है। नीम के पत्तों में एंटीफंगल और जीवाणुरोधी प्रभाव भी होते हैं।
नीम का मुख्य सक्रिय घटक अज़ादिराच्टिन (Azadirachtin) होता है। यह मच्छर के लार्वा को खत्म करने के लिए जाना जाता है। मतलब मच्छर द्वारा दिए गए अंड़ों को मच्छर बनने से रोकता है। बच्चे के कमरे में मच्छरों को बढ़ने से रोकने के साथ ही नीम मौजूदा मच्छरों को भगाने का भी काम करता है।
ऑर्गेनिक नारियल तेल – बच्चे के मॉस्किटो रिपेलेंट (Mosquito repellent spray in Hindi) में ऑर्गेनिक नारियल तेल का इस्तेमाल होना भी जरूरी है। इस विषय से संबंधित एक रिसर्च पेपर में जिक्र मिलता है कि नारियल तेल और नीम का संयोजन मच्छरों से 12 घंटे तक की प्रभावी सुरक्षा दे सकता है।
ये सारी सामग्री बच्चे के मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे को अच्छा बनाती हैं और उन्हें मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों से भी बचाती हैं।
बच्चों के मॉस्किटो रिपेलेंट में कुछ सामग्रियां बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। क्या हैं वो इंग्रीडिएंट्स जो बच्चों के मॉस्किटो रिपेलेंट में नहीं होने चाहिए, चलिए समझते हैं।
पॉलीइथाइलीन ग्लाइकॉल (PEG) एक तरह का टॉक्सिन होता है। यह बच्चों के लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। इसी वजह से PEG रहित मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे का उपयोग ही किया जाना चाहिए। PEG के साथ ही मॉस्किटो रिपेलेंट को अन्य रसायन जैसे पैराबेन, पेस्टिसाइड और इंसेक्टिसाइड रहित होना चाहिए। ये रसायन छोटे बच्चों के लिए हानिकारक होते हैं।
DEET एक रसायन है, जिसका पूरा नाम N,N-diethyl-meta-toluamide है। मॉस्किटो रिपेलेंट में इसका इस्तेमाल बहुत होता है। इसे दो साल से ऊपर के बच्चों के लिए सुरक्षित भी माना जाता है। लेकिन, फिर भी इससे बचना चाहिए। इसकी वजह से डीट युक्त मॉस्किटो रिपेलेंट की वजह से बच्चों में बढ़ते दौरे (seizures) के जोखिम।
बच्चों के मॉस्किटो रिपेलेंट (Mosquito repellent spray in Hindi) में सिंथेटिक सुगंध नहीं होनी चाहिए। साथ ही तेज गंध वाले मॉस्किटो रिपेलेंट का इस्तेमाल भी बच्चों के लिए नहीं किया जाना चाहिए। इससे बच्चों को सिर दर्द की शिकायत हो सकती है।
अल्कोहल युक्त मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे बच्चों की नाजुक त्वचा को हानि पहुंचा सकता है। इससे स्किन रैशेज, रेडनेस, जलन, सूजन, आदि दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
फेनोक्सीथेनॉल एक तरह का प्रिजर्वेटिक है। बच्चों का मॉस्किटो रिपेलेंट इससे मुक्त होना चाहिए, क्योंकि यह स्किन एलर्जी का कारण बनता है। इससे त्वचा में चकत्ते, सूजन, जलन, आदि हो सकती है। एक अध्ययन के अनुसार, फेनोक्सीथेनॉल से जानलेवा एलर्जिक रिएक्शन एनाफिलैक्सिस (Anaphylaxis) भी हो सकता है।
अगर सिलिकॉन बच्चों के मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे में होगा, तो यह बच्चे की त्वचा के रोम छिद्रों यानी पोर्स को ब्लॉक कर सकता है। इससे बच्चे को एक्ने जैसी परेशानी हो सकती है। संवेदनशील त्वचा में इससे एलर्जी का खतरा भी रहता है। दरअसल, यह त्वचा पर एक परत बनाती है। लंबे समय तक सिलिकॉन युक्त प्रोडक्ट के इस्तेमाल से यह स्किन पर जमना शुरू हो जाता है, जिससे चर्म रोग होने का जोखिम रहता है।
अगर आप चाहते हैं कि बच्चे घर में बिना मच्छर के काटने के खौफ के रहें, तो हमेशा ऑर्गेनिक मॉस्किटो रिपेलेंट स्प्रे खरीदें। आप बच्चों को मच्छर के डर से दूर शाम को आराम से खेलने की आजादी देना चाहते हैं, तो मॉस्किटो रिपेलेंट पैच भी खरीद सकते हैं।
मुख्य चित्र स्रोत – Pexels
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