• Home  /  
  • Learn  /  
  • Eczema: शिशुओं में एक्जिमा होने के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय
Eczema: शिशुओं में एक्जिमा होने के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय

Eczema: शिशुओं में एक्जिमा होने के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय

6 Oct 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

एक्जिमा की समस्या त्वचा की वह स्थिति है, जो शिशुओं को ज्यादा प्रभावित करती है। असल में एक्जिमा ‘एटॉपिक डर्मेटाइटिस’ के नाम से भी जाना जाता है। इसके कारण खुजली, लालिमा और त्वचा पर पपड़ी चकत्ते जैसी त्वचा उभरकर आती है। इससे आप समझ सकते हैं कि शिशुओं के लिए यह लक्षण कितने दर्दनाक साबित होते हैं। कुछ शिशुओं में एलर्जी एक्जिमा को बढ़ाने का कारण बन जाता है। 

वैसे तो एक्जिमा आता है और समय के साथ चला भी जाता है। लेकिन इसके कारण त्वचा शुष्क और संवेदनशील त्वचा में परिणत हो जाती है। यहाँ तक कि कई अलग-अलग चीजों के संपर्क में आने के कारण त्वचा की परिस्थिति और भी  खराब हो सकती है, जिसमें पालतू जानवरों की रूसी या धूल के कण जैसे एलर्जी शामिल हो सकते हैं। शिशुओं में एक्जिमा को  ट्रिगर करने वाले चीजों में शामिल है बेबी और ब्यूटी प्रोडक्ट्स, साबुन, डिटर्जेंट और महकदार लोशन शामिल हैं। 

इत्र और सफाई करने वाले प्रोडक्ट्स के संपर्क में आने से भी एक्जिमा में जलन हो सकती है। कुछ शिशुओं के लिए, मौसम में बदलाव (विशेष रूप से शुष्क सर्दी की हवा), सामान्य सर्दी, या यहां तक ​​कि तनाव जैसी बीमारियां भी एक्जिमा को बदतर बना देती हैं।

शिशुओं में एक्जिमा क्या होता है? । What is Baby Eczema in Hindi

शिशुओं में एक्जिमा स्किन का वह कंडिशन है जो शिशु और छोटे बच्चों को प्रभावित करता है। एक्जिमा के कारण शिशु की त्वचा बहुत खुजलीदार हो जाती है। एक्जिमा के लक्षण सबसे ज्यादा शिशु के चेहरे को प्रभावित करते हैं।

एक्जिमा के कारण शिशु की त्वचा बहुत ही रूखी, खुजलीदार और सं‍वेदनशील हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शिशु की त्वचा की सबसे बाहरी परत की सुरक्षात्मक अवरोध (Protective barrier) कमजोर हो जाती है और अपेक्षा के अनुरूप काम नहीं करता है। जब भी लक्षण बढ़ने लगता है, तब वह कुछ हफ्तों तक ही रहता है, फिर समय के साथ ठीक हो जाता है।

शिशुओं में एक्जिमा के लक्षण। Symptoms of Baby Eczema in Hindi

आम तौर पर शिशुओं में एक्जिमा उनके पहले के छह महीनों के दौरान शुरू हो जाते हैं। लक्षणों में हैं-

  • रूखी त्वचा
  • खुजलीदार त्वचा
  • उभरे हुए रैशेज
  • त्वचा कें रंग में बदलाव, जैसे कि लाल या गहरा रंग हो जाना (हाइपरपिग्मेंटेशन)

एक्जिमा शिशु के शरीर के किसी भी अंग के त्वचा को प्रभावित कर सकता है, जैसे-

  • चेहरा
  • स्कैल्प या खोपड़ी
  • पैर
  • हाथ और पैर

शिशुओं में एटॉपिक डर्मेटाइटिस होने के कारण । Causes of Baby Eczema in Hindi

शिशु में एक्जिमा होने के कई कारण होते हैं, जैसे- एलर्जी, आनुवांशिकता, इम्यून सिस्टेम आदि।

  • अगर शिशु को एलर्जी की समस्या है तो एक्जिमा होने का खतरा और बढ़ जाता है।
  • शिशु की इम्यून सिस्टेम बैक्टीरिया और वायरस से शरीर का बचाव करती है। अगर आपके शिशु को एक्जिमा है तो इसके कारण प्रतिरक्षा प्रणाली बुरी तरह से प्रभावित होती है, फलस्वरूप एक्जिमा के लक्षण बढ़ने की संभावना बन जाती है।
  • यहाँ तक आनुवंशिकता के कारण भी एक्जिमा होने का खतरा रहता है। 
शिशुओं में एक्जिमा से राहत पाने के घरेलू उपाय/ चित्र स्रोत: फ्रीपिक

शिशुओं में एक्जिमा से राहत पाने के घरेलू उपाय। Home remedies of Baby Eczema in Hindi

चलिए, अब बात करते हैं कि अगर शिशु को एक्जिमा हो गया है तो उसको खुजली और जलन जैसे लक्षणों से कैसे राहत दिलाएं। यहाँ हम कुछ ईजी घरेलू उपायों के बारे में बात करेंगे , जिसको आप आसानी से यूज कर सकते हैं-

  • शिशु को एक्जिमा होने पर गुनगुने गर्म पानी से नहलाएं, लेकिन कम समय के लिए। 
  • एक बात का ध्यान रखें कि बेबी को सुगंधित या हार्श साबुन से न नहलाएं। हमेशा केमिकल और टॉक्सिन फ्री बेबी वाश का ही इस्तेमाल करें। आपके जानकारी के लिए बता दें कि बेबी चक्रा के सारे प्रोडक्ट्स केमिकल फ्री और नेचुरल ऑर्गेनिक चीजों से बने हुए होते हैं। इसलिए एक्जिमा के दौरान मॉइश्चराइजिंग बेबी वाश का इस्तेमाल करना शिशु की त्वचा के लिए बिल्कुल सेफ होगा।
  • डॉक्टर से सलाह लेकर आप ओटमील वाले बेबी प्रोडक्ट का इस्तेमाल भी स्किन में होने वाले खुजली और जलन को शांत करने के लिए कर सकते हैं। बेबीचक्रा का नेचुरल बेबी पावडर ओटमील पावडर, शिया बटर, रोज बटर जैसे नेचुरल चीजों से बना है, जो बेबी के लिए स्किन फ्रेंडली है।
  • शिशु की त्वचा की नमी को बनाए रखने के लिए जिस तरह से पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की जरूरत है, उसी तरह नेचुरल चीजों से बनी मॉइश्चराइजर या लोशन लगाने की भी जरूरत है। इससे स्किन का इरिटेशन कम होता है।
  • एक्जिमा के कारण अगर त्वचा रूखी हो गई है तो नरिशिंग बेबी मसाज ऑयल या वर्जिन कोकोनट ऑयल से ही त्वचा की मालिश करें।
  • इसके अलावा त्वचा को घर्षण से बचाने के लिए हमेशा कोमल सूती कपड़े ही बच्चे को पहनाने चाहिए। 

अब तक के चर्चा से आप समझ ही चुके होंगे कि शिशु को एक्जिमा क्यों होता है और होने पर किन उपायों के माध्यम से उनको राहत दिला सकते हैं। साथ ही मॉम से अनुरोध है कि बेबी प्रोडक्ट्स खरीदने से पहले#LablePadhoMom। ताकि जो भी बेबी प्रोडक्ट्स आप आपने बेबी के लिए खरीद रही हैं, वह बेबी के लिए स्किन फ्रेंडली होनी चाहिए। 

मूल चित्र स्रोत: गुगल

संबंधित लेख:

A

gallery
send-btn

Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.