17 Feb 2022 | 1 min Read
Ankita Mishra
Author | 409 Articles
डिजिटल दुनिया ने उस जमाने को बदल दिया है, जब हम मैसेज लिखने या कुछ सर्च करने के लिए एक ही बटन को कई बार दबाते थें। आज स्मार्ट होती टेक्नोलॉजी ने हमें स्मार्ट फोन का अनोखा उपहार दिया है, जिसने बस एक क्लिक पर हजारों शब्दों को लिखाना आसान बना दिया है। यही वजह है कि न सिर्फ बड़े, बल्कि बच्चे में स्मार्टफोन एडिक्शन की लत भी देखी जा रही है। ऐसे में बच्चों में स्मार्टफोन की लत कैसे छुड़ाएं, इसके लिए यह लेख पढ़ें।
बच्चे में स्मार्टफोन एडिक्शन को होता है
नवजात शिशुओं से लेकर, बड़े बच्चे भी विभिन्न तरह के चित्र और रंग देखकर आसानी से आकर्षित हो जाते हैं। यही वजह है कि बच्चे में स्मार्टफोन एडिक्शन की लत तेजी से देखी जा सकती है। इसके अलावा, ऐसे कई वजहें हैं, जो बच्चों में स्मार्टफोन का एडिक्शन बन सकती हैं, जैसेः
बच्चे की मोबाइल की लत छुड़ाने के 10 क्रिएटिव आइडियाज
आप अपने बच्चे में स्मार्टफोन एडिक्शन को कैसे ब्रेक कर सकते हैं, इसके लिए हम यहां पर 10 क्रिएटिव आइडियाज बता रहे हैं। जिन्हें अपनाकर आप बच्चों से मोबाइल की लत छुड़ाई जाने में मदद मिल सकती है।
1. खेल खेलने के लिए प्रेरित करना
मोबाइल फोन से दूरी बनाने का सबसे अच्छा और सरल उपाय है, घर के बाहर दोस्तों के साथ मजेदार खेल खेलना। इसके लिए पेरेंट्स शुरू-शुरू में खुद की बच्चे को पार्क ले जाएं और उनके साथ तरह-तरह के मजेदार गेम्स खेंले। फिर जब बच्चा वह खेल खेलना सीख जाए, तो उसे यह खेल अपने दोस्तों के साथ खेलने के लिए भी प्रेरित कर सकते हैं।
2. बच्चे को नई स्किल सिखाना
अगर बच्चा स्कूल का काम जल्दी खत्म कर लेता है और उसके पास खाली रहने का काफी समय होता है, तो उसे किसी नई स्किल को सीखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, बच्चे को डांस, सिंगिंग, पेंटिंग या मार्शल आर्ट जैसे क्लासेज में एडिमिशन दिला सकते हैं।
3. बच्चे के साथ टाइम स्पेंड करना
बच्चे में स्मार्टफोन की लत छुड़ाने के लिए माता-पिता उसके साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते हैं। ऐसा करने से पेरेंट्स और बच्चे के बीच बॉन्डिंग भी मजबूत हो सकती है, साथ ही बच्चे का ध्यान फोन की तरफ कम से कम जा सकता है।
4. मोबाइल के दुष्प्रभाव बताएं
पेरेंट्स अपने बच्चे को बहुत ज्यादा मोबाइल फोन के इस्तेमाल से होने वाले दुष्प्रभाव को बता सकते हैं। उन्हें बताएं कि यह उनकी आंखों के साथ ही उनके सामाजिक विकास को भी प्रभावित कर सकता है।
5. बच्चे को फोन की लालच न दें
रोते हुए बच्चे को चुप कराने या उसे बहलाने के लिए मोबाइल की लालच न दें। इसकी बजाय बच्चे के साथ कोई खेल खेलने या उसे किसी तरह की कहानी सुनाकर बहलाने की कोशिश की जा सकती है।
6. घर में लाएं पालतू जानवर
पालतू जानवर न सिर्फ घर का खास सदस्य होते हैं, बल्कि उनके साथ एक अच्छा समय भी बिताया जा सकता है। ऐसे में बच्चे में मोबाइल की लत छुड़ाने के लिए पेरेंट्स बच्चे के फेवरेट जानवर को पाल सकते हैं, जिसके साथ बच्चा आसानी से खुद को बिजी रख सकता है।
7. पहेलियां खेलना
मोबाइल फोन की जगह बच्चे को बिजी रखने के लिए बच्चे के साथ पहेलियां खेंले। पहेलियां न सिर्फ मजेदार होती हैं, बल्कि इन्हें सुलझाने में बच्चे का अधिक समय भी लग सकता है, जो उसके बौद्धिक विकास को भी बढ़ा सकता है।
8. फोन का इस्तेमाल कम करें
पेरेंट्स को बच्चे के सामने फोन का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए। अगर बच्चा घर में फोन का इस्तेमाल कम देखेगा, तो उसमें भी फोन का रूझान स्वाभाविक तौर पर कम हो सकता है।
9. गॉर्डनिंग की ट्रेनिंग दें
गॉर्डनिंग जैसी स्किल मुश्किल मानी जाती है। इसमें बड़े ही ध्यान से काम को करना होता है, जिसमें समय भी अधिक लग सकता है। ऐसे में बच्चे को गॉर्डनिंग जरूर सिखाएं, ताकि वह अपने खाली समय में फोन की बजाय घर में बगीचा तैयार करने में खुद को बिजी रख सके।
10. बच्चे को एक्सप्लोर करना सिखाएं
न सिर्फ पढ़ाई से संबंधित, बल्कि बच्चे को सामाजिक से लेकर विभिन्न स्थलों, पशु-पक्षियों व अन्य कलेक्शन से जुड़े विषयों पर एक्सप्लोर करना सिखा सकते हैं। इस तरह की स्किल में बच्चा सिर्फ काम से संबंधित जानकारी के लिए ही फोन का इस्तेमाल करना पसंद कर सकता है।
ऐसा नहीं है कि बच्चे में स्मार्टफोन एडिक्शन की लत हर बार घाटे का ही सौदा हो। अगर बच्चा एक सीमित समय तक और सही तरीके से फोन का इस्तेमाल करता है, तो यह उसके लिए फायदे का सौदा भी बन सकता है। इसके लिए जरूरी है कि पेरेंट्स खुद भी मोबाइल के इस्तेमाल की लत से दूर रहें। बच्चे के सामने फोन का तभी इस्तेमाल करें, जब बहुत जरूरी हो।
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