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डिलीवरी के कितने दिन बाद सेक्स करना सेफ होता है?

डिलीवरी के कितने दिन बाद सेक्स करना सेफ होता है?

13 Feb 2022 | 1 min Read

Mousumi Dutta

Author | 387 Articles

माँ बनने के बाद महिला के जिंदगी में जमीन आसमान का फर्क आ जाता है। डिलीवरी के बाद उसके जीवन में शारीरिक और मानसिक तौर पर अनेकों बदलाव आ जाते हैं, जिसका असर उसके सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है। माता-पिता बनने के बाद हो सकता है कि दोनों यह सोच रहे हों कि डिलीवरी के बाद सेक्स कब करें या माँ सेक्स को लेकर शारीरिक-मानसिक तौर पर पूरी तरह से तैयार न हो।

दोनों पार्टनर को अपनी पुरानी रोमांस से भरी जिंदगी में वापस जाने के लिए बहुत सारी जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए कुछ सवालों और उसके जवाबों के माध्यम से यह जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर डिलीवरी के बाद सेक्स कब करें?

वैसे तो डिलीवरी के बाद सेक्स कब करें, इसको लेकर कोई निश्चित नियमावली नहीं है। माँ का शरीर सेक्स का प्लेजर लेने के लिए तैयार है कि नहीं सबसे पहले यह जानने की जरूरत है।

डिलीवरी के कितने दिनों बाद सेक्स करना सेफ होता है?

जैसा कि पहले ही हमने चर्चा की है कि न्यू मॉम को शारीरिक और मानसिक तौर पर पहले की तरह रोमांस करने में कुछ समय लग सकता है। इस बात को लेकर कोई निश्चित समय प्रामाणित तौर पर नहीं बताया जा सकता है। क्योंकि हर महिला का शरीर अपने हिसाब से ठीक होता है।

आम तौर पर नॉर्मल डिलीवरी होने पर 4-6 हफ्ते बाद शारीरिक संबंध बनाया जा सकता है और सिजेरियन डिलीवरी होने पर 8 हफ्ते बाद। असल में एक नॉर्मल डिलीवरी के बाद स्टिच या टांके सूखने में समय लेते हैं और एस्ट्रोजेन का लेवल लो होने के कारण लो लीबीडो की समस्या भी हो सकती है।

डिलीवरी के बाद सेक्स करने से पहले देखभाल के रूप में फॉलो करें ये टिप्स

  • लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें: आम तौर पर डिलीवरी के बाद महिलाएं सेक्स करने की बात को लेकर डरती है। इंटरकोर्स करने के पहले उंगली से जाँच कर लें कि सेक्स से चोट पहुँचेगा कि नहीं। हॉर्मोन में बदलाव के कारण वजायनल ड्राईनेस की समस्या होती है, इससे बचने के लिए लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें।
  • सेक्स करते वक्त दर्द: अगर सेक्स करते वक्त दर्द होता है तो प्लेजर के जगह वह अत्याचार महसूस होगा। इस अवस्था में सेक्स को न कहे और मास्टरबेशन को हाँ कहें।
  • एक दूसरे के साथ समय बिताएं: इससे दिल में बैठा दर्द धीरे-धीरे कम हो जाएगा और आप एक-दूसरे के करीब आ पाएंगे।
  • पोस्टनेटल चेकअप: अगर पोस्टनेटल चेकअप के बाद भी आपको दर्द होता है तो डॉक्टर के पास जाएं।

नॉर्मल डिलीवरी के बाद सेक्स करना

एक्सपर्ट्स का मानना है कि सिजेरियन डिलीवरी के तुलना में नॉर्मल डिलीवरी के बाद सेक्स संबंध जल्दी बना सकते हैं। वैसे यह बात इंसान पर निर्भर करता है कि महिला किस समय खुद को इसके लिए तैयार करती है। वैसे नॉर्मल डिलीवरी होने पर कम से कम दो हफ्ते के बाद आप सेक्स कर सकते हैं, बशर्ते की महिला खुद को पूरी तरह से हेल्दी महसूस करें।

सिजेरियन डिलीवरी के कितने दिनों बाद संबंध बनाना चाहिए?

सिजेरियन डिलीवरी तो मेजर सर्जरी होता है, इसलिए महिला को ठीक होने में समय लगता है। सिजेरियन डिलीवरी में जब तक महिला पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो जाती तब तक सेक्स करने की गलती नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे महिला को चोट या इंफेक्शन होने का खतरा होता है। इसलिए कम से कम चार से छह हफ्ते बाद ही सेक्स करना सेफ होता है।

डिलीवरी के बाद लो सेक्स ड्राइव के पीछे कारण

अक्सर डिलीवरी के बाद महिलाओं में सेक्स करने की इच्छा में कमी आ जाती है, क्योंकि वह शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार नहीं होती है। बच्चे के जन्म के बाद उनकी देखभाल करने में थक जाने के कारण या चोट लगने के डर से संबंध बनाने से डरती हैं।

  • वजायनल ड्राईनेस

डिलीवरी के बाद सेक्स करने में समस्या एक कारण वजायनल ड्राईनेस की समस्या है, क्योंकि ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एस्ट्रोजेन लेवल के बढ़ने के कारण वजायनल ड्राईनेस की परेशानी से महिला को जुझना पड़ता है।

  • चोट लगे हुए गुप्त अंग

कई बार फोरसेप डिलीवरी के कारण पेरिनियम एरिया के टिशु को चोट लगी हुई होती है, जिसको ठीक होने में समय लगता है। इसलिए महिलाएं सेक्स के मामले में पीछे हटने लगती है।

  • सेक्स के दौरान दर्द का एहसास

कई बार डिलीवरी के दौरान पेरिनियम एरिया में टांके लगे हुए होते हैं, इसलिए सेक्स के दौरान दबाव पड़ने पर बहुत ज्यादा दर्द का एहसास होता है।

डिलीवरी के बाद माँ को सही तरह से डिलीवरी के बाद के देखभाल की जरूरत होती है। पार्टनर को इसके लिए न्यू मॉम शारीरिक और मानसिक तौर पर सपोर्ट करना चाहिए ताकि माँ जल्दी से ठीक हो सकें।

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