22 Nov 2021 | 1 min Read
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नवजात शिशु की मालिश करना जितना आवश्यक है। उतना ही शिशु के अंगों की साफ-सफाई करना। क्योंकि शिशुओं को किसी भी तरह का संक्रमण बहुत जल्दी हो जाता है। इसलिए शिशु को मालिश करके, नहलाना बहुत ही जरूरी है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शिशु के मुंह को भी साफ करना आवश्यक होता है। जिसमें कि शिशुओं की जीभ की सफाई भी आती है, क्योंकि शिशु जब भी दूध पीते हैं। तो दूध शिशु के मुंह में चिपक जाता है। जिसकी वजह से शिशु को डायरिया, मुंह में छाले हो सकते है। इसलिए शिशुओं की जीभ अवश्य साफ करनी चाहिए।
आइये, सबसे पहले जानते हैं कि शिशु की जीभ साफ करने की जरूरत क्यों होती है?
हर माता-पिता के मन में यह सवाल होता है कि जब बच्चा ठोस आहार नहीं खाता है या उसके अभी तक दांत नहीं निकले हैं, तो उसकी जीभ को साफ करना क्यों जरूरी है? लेकिन ओरल हाईजीन केवल बड़े बच्चों और वयस्कों के लिए ही नहीं है बल्कि शिशुओं को भी अपने मुंह को साफ करने की आवश्यकता होती है, और जितनी जल्दी आप उनके मुंह की सफाई शुरू करेंगे, उतना ही बेहतर होगा।
असल में एक बच्चे के मुंह में बैक्टीरिया उसी तरह मौजूद होते हैं जैसे वो बड़ों के मुंह में मौजूद होते हैं। लेकिन शिशुओं के मुंह में लार का उत्पादन बड़ों के मुकाबले कम होता है इसलिए मुंह की नैचुरल धुलाई नहीं हो पाती है। दूध और गंदगी उनकी जीभ पर भी जमा हो सकता है, जिससे सफेद कोटिंग हो सकती है। यह बच्चे के लिए न केवल असुविधाजनक होता है बल्कि इस कोटिंग में बैक्टीरिया भी पैदा हो जाते हैं जो काफी हानिकारक साबित हो सकते हैं। यही कारण है कि बच्चे की जीभ साफ़ करने की जरूरत होती है।
आइए, जानते हैं कि बच्चे की जीभ साफ़ करने के 5 आसान तरीके कौन-कौन से हो सकते हैं? जिससे शिशु को कोई दिक्कत नहीं होगी।
नवजात शिशु की जीभ साफ़ करना कोई मुश्किल काम नहीं है लेकिन इसके लिए बहुत सावधानी अपनानी पड़ती है। बच्चे की जीभ साफ़ करने के लिए कौन-कौन सी युक्तियाँ अपनाई जा सकती है आइए जानते हैं –
नवजात शिशु जब भी दूध पीते हैं तो उससे पहले आप एक साफ सूती कपड़ा ले। उस कपड़े को हल्के हाथों से शिशु के जीभ के बाहरी भाग पर धीरे-धीरे उंगली की सहायता से जमे दूध को हटायें। इसके बाद हल्का गुनगुना पानी ले, उस पानी में कपड़े फिर से भिगोए और जीभ पर फिर से बहुत ही हल्के हाथों से साफ करे। इसके बाद शिशु का मुंह पोछे, लेकिन ध्यान रहे कपड़ा एकदम साफ, बारीक, मुलायम हो। कपड़ा किसी भी वाशिंग पाउडर से नहीं धुला हो। आप कपड़े को पीने वाले पानी से ही साफ करे। कपड़े में किसी भी प्रकार की धूल, मिट्टी नहीं लगी होनी चाहिए।
शिशुओं की जीभ को आप रुई से भी साफ कर सकते है। आप कोई भी साफ रुई लीजिए, एक बार रुई को आप पानी में डुबो दे। उसके बाद शिशु की जीभ पर रुई से हल्के हाथों से पोंछ दे। क्योंकि रुई काफी मुलायम होती है इसलिए शिशु को कोई दिक्कत भी नहीं होगी।
6 महीने बाद जब शिशु ठोस आहार देना शुरू करते हैं। तो शिशु की जीभ में अन्न के कण जमने लगते हैं। इसकी वजह से शिशु को डायरिया होने का भी खतरा रहता है। ऐसे में आप शिशु की जीभ को अपने हाथों से साफ करे। लेकिन ध्यान रहे आपके हाथ बहुत साफ और उंगली की सहायता से शिशु के मसूड़ों के आस पास मसाज करे।
8 से 9 महीने के दौरान शिशु के दांत निकलना शुरू होते है। इस समय दांतों की देखभाल के साथ जीभ को भी साफ रखना जरूरी है। तो शिशु के लिए आप बेबी सेफ क्लीनर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
1 साल के भीतर शिशु सभी तरह के ठोस आहार लेते है। तब आप शिशु की जीभ को साफ करने के लिए शिशु को बोतल या गिलास की सहायता से गार्गिल करवायें। इससे मुंह के आस-पास की गंदगी निकल जायेगी। इसके अलावा अगर जीभ पर गंदगी जमा है तो आप बेबी सेफ ब्रश की सहायता से जीभ पर हल्के हाथों से एक बार साफ करे।
अपने बच्चे के मुंह को साफ़ रखने के लिए आपको कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए ताकि उन्हें दांत और मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं का सामना न करना पड़े।
बच्चों के बॉडी पार्ट्स बहुत नाजुक होते हैं और आप यह बात अच्छी तरह से समझते हैं, इसलिए कुछ बातों को ध्यान में रखते हुए उनकी जीभ साफ़ करनी चाहिए –
बच्चे की मुंह की सफाई से जुड़े कुछ सवाल आपके मन में हो सकते हैं, ख़ासतौर पर अगर आपको शिशु पालन का पूर्व अनुभव नहीं है जैसे –
आप दो साल के बच्चे को ब्रश करने की आदत डाल सकते हैं इससे पहले सूती कपड़े से बच्चे की जीभ साफ़ करना सही हो सकता है।
बच्चे के दांत साफ़ करने के लिए कोई भी हर्बल या डेंटिस्ट का सुझाया हुआ टूथपेस्ट इस्तेमाल करें। अगर टूथपेस्ट में फ्लोराइड है तो बिल्कुल जरा सा टूथपेस्ट इस्तेमाल करे, अधिक मात्रा में नहीं।
तो आपने जाना कि नवजात शिशु और बच्चों की जीभ और मुंह की सफाई कैसे की जा सकती है। बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जितना जरूरी पोषण और खान-पान है उतना ही जरूरी है स्वच्छता बनाएं रखना। मुंह के कीटाणुओं से बच्चे को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है, इसलिए समय-समय पर सफाई करते रहें और अगर किसी भी तरह की कोई समस्या दिखाई देती है तो डेंटिस्ट को जरूर दिखाएं।
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