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शिशुओं की त्वचा का सर्दियों में कैसे ध्यान रखें

शिशुओं की त्वचा का सर्दियों में कैसे ध्यान रखें

26 Oct 2021 | 1 min Read

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नवजात शिशुओं की त्वचा बेहद नाजुक होती है, और नवजात को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। खासतौर से सर्दियों के मौसम में नवजात शिशु की स्किन रूखी हो जाती है। त्वचा में रैशेज होने की भी संभावना रहती है। इस मौसम में अक्सर शिशुओं के होंठ फट जाते है। शिशु के गाल अक्सर खुरदरे भी हो जाते हैं। इन सब परेशानी से बचने के लिए सर्दियों में विशेष ध्यान रखना पड़ता है।

 

  • शिशुओं की त्वचा के लिए मलाई बहुत फायदेमंद होती है, आप ताजी मलाई को शिशु के गाल में हल्के हाथों से लगाएं। इससे गालों का खुरदरापन दूर होगा, अगर शिशु के होंठ फटे हैं तो भी आप होंठ पर मलाई लगा सकते है।
  • जैतून का तेल नवजात के लिए बेहद फायदेमंद होता है। जैतून के तेल से आप सर्दियों में मालिश भी कर सकते है।
  • अगर सर्दियों में शिशु के डायपर रैशेज हो गए हैं तो आप नारियल तेल अवश्य लगाएं। क्योंकि नारियल तेल में किसी भी तरह के नुकसानदायक केमिकल नहीं होते है। अगर डायपर रैशेज की वजह से त्वचा बहुत ज्यादा लाल हो गई है। आप शिशु के प्राइवेट पार्ट में तेल को लगा सकते हैं।
  • नवजात शिशु की त्वचा बेहद संवेदनशील होती है खासतौर से सर्दियों के मौसम में शिशु के हाथ पैर फट जाते है। हाथ पैरों के लिए आप बेबी लोशन या फिर जैतून तेल का इस्तेमाल करें।
  • ठंड के मौसम शिशुओं को त्वचा संबंधी एलर्जी भी हो सकती है। इसलिए नवजात को गर्म पानी से नहलाया और त्वचा पर हल्के गुनगुने तेल से मसाज करें। अगर स्किन एलर्जी बहुत ज्यादा है तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
  • सर्दियों में नवजात शिशुओं को सर्दी जुकाम भी हो जाता है। जिसकी वजह से शिशु की नाक के आस-पास की भी त्वचा फटने से लगती है। इसलिए इस जगह पर आप कोई भी बेबी सेफ लोशन या क्रीम लगा सकते है।
  • नाक के आस-पास वाली जगह पर जुकाम की वजह से रैशेज और चकत्ते भी पड जाते है। जिससे शिशुओं को अक्सर काफी परेशानी होती है। इस जगह पर आप नारियल के तेल में गुलाब जल मिलाकर लगाएं। नवजात शिशु के नाखून काफी नाजुक होते हैं और ठंड के दौरान नाखून में दरार आने लगती है। इसलिए आप नाखून के आस-पास बेबी ऑयल को लगा दें। इससे इस जगह का रूखापन ठीक हो जाएगा।

 

ठंड के मौसम में शिशुओं को खांसी की भी शिकायत होती है। इसलिए इस मौसम में काफी ध्यान रखने की जरुरत होती है क्योंकि इस दौरान गले में भी संक्रमण हो सकता है। इस संक्रमण से बचाव के लिए आप शिशु के गले के आस-पास सरसों और अजवाइन का तेल लगा सकती है। इससे शिशु को इस तरह के संक्रमण से भी आराम मिलेगा।

हलकी ठंड के मौसम में शिशुओं की त्वचा बेहद संवेदनशील हो जाती है। इसलिए इस दौरान काफी ध्यान रखे, क्योंकि नवजात की त्वचा की इतनी नाजुक होती है इसलिए सर्दियों में नवजात को तेल या क्रीम लगाते रहे। नवजात शिशु की धूप में भी मालिश करे, अगर त्वचा संबंधी और कोई परेशानी है डॅाक्टर से अवश्य मिलें।

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