25 Oct 2021 | 1 min Read
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नवजात शिशुओं की त्वचा बहुत ही संवेदनशील होती है। शिशुओं की त्वचा में बहुत जल्दी ही किसी तरह का संक्रमण हो सकता है। अक्सर नवजात शिशुओं को डायपर रैशेज की समस्या बहुत हो जाती है। डायपर रैशेज एक त्वचा संबंधी संक्रमण है, जिसमें शिशुओं के प्राइवेट पार्ट में जलन, खुजली, लाल चकत्ते पड़ जाते हैं। अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया जाए तो यह संक्रमण बहुत तेजी से फैलता है। आइये जानते हैं डायपर रैशेज के कारण और लक्षण क्या है किस तरह के घरेलू उपाय से इन रैशेज को कम कर सकते हैं।
रैशेज के कारण
नवजात को हर समय डायपर नहीं पहनायें, अगर आप डायपर पहनना भी चाहते हैं तो मुलायम कपड़े की नेपी का इस्तेमाल कर सकते हैं। शिशुओं के लिए आप जिस भी बेड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसमें नीचे की तरफ बेबी सेफ बेडशीट और पॅालीथिन बिछा कर रखें। शिशुओं के डायपर समय-समय पर बदलते रहें। जब बहुत ज्यादा आवश्यकता हो तभी डायपर पहनाएं।
अगर शिशु को बहुत ज्यादा दिक्कत है तो डॉक्टर से अवश्य परामर्श लें। क्योंकि बहुत ज्यादा डायपर रैशेज की वजह से शिशु को बुखार, मवाद, छाले, होने की संभावना रहती है। इसलिए अगर इस तरह की समस्या है तो डॉक्टर को फौरन दिखाएं।
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