21 Sep 2021 | 1 min Read
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अच्छी हेल्थ के लिए 8 से 10 घंटे की नींद लेना बहुत ही आवश्यक होता है। खासतौर से बच्चों के लिए अगर नवजात शिशु की बात करें तो जन्म के बाद शिशु अक्सर बहुत ज्यादा सोते है। लेकिन उनके सोने का समय एकदम अलग होता है। कभी पूरा दिन सोना तो कभी दोपहर बाद सोना ऐसे में माॅं की नींद पूरा होना मुश्किल हो जाता है। नवजात शिशु को सुलाना आसान नहीं है। क्योंकि शिशु अक्सर पूरी रात जागते रहते है।
बच्चे का कमरा ऐसा हो जिसमें धूप, हवा आसानी से आए। कमरे में कहीं भी सीलन, धूल, गंदगी नहीं होने दे। नवजात शिशु के लिए आप कमरे में मिनी नर्सरी बनाए। जिसमें सेफ्टी टॅाय रखे और साथ ही आरामदायक बिस्तर हो। नवजात शिशु को सुलाना हो तो कमरे में किसी तरह का शोर नहीं हो, और रुम किड्स फ्रेंडली हो।
कोशिश करे की नवजात शिशु दिन भर खेलता रहे। नवजात शिशु 1 से 2 महीने बाद खिलौनों को देखकर रिस्पांस करते है। लेकिन ध्यान रखे वही टॅायज रखे जो बच्चा मुहं में नहीं डाले।नवजात अगर शाम में सोए तो उसकी नींद पूरी होने दे। लेकिन अगर शिशु शाम से लेकर रात तक सोता है तो आप दिन भर बच्चे को व्यस्त रखे। ब्रेस्टफीड करवाते समय नवजात अक्सर सो जाते है। ऐसे में आप गोदी में उठाए और कुछ समय शिशु को घुमाए। शिशु को बिजी रखने के लिए सिर्फ टॅायज ही नहीं आप गोदी में टहलाते हुए बातें करते रहे।
शिशु के लिए सबसे अच्छा होता है गोद मे रहना। आप एक टाइम फिक्स कर ले जैसे कि अगर सर्दियों का समय है तो आप बच्चे को धूप में लेकर बैठ सकती है। नवजात शिशु के लिए सर्दियों की धूप काफी फायदेमंद होती है। फिर शाम के समय आप अच्छी तरह से ब्रेस्ट फीड करवा कर अपने नवजात को घर के अन्य सदस्यों के साथ खेलने दे। रात होने तक शिशु को अपने आप नींद आने लगी।
ऐसा करने से शिशु को दिन और रात का अंतर समझ में भी आने लगा। हालांकि इस रुटीन में आने में कुछ समय लगेगा लेकिन 1 हफ्ते बाद शिशु का सोने का टाइम सेट हो जाएगा और आपके लिए नवजात शिशु को सुलाना आसान हो सकेगा।
रात में सोने के लिए कमरे में शांत वातावरण हो, जरा से भी शोर से नवजात जाग जाते हैं। इसलिए रात में कमरे में अंधेरा और बहुत ही मध्यम रोशनी करके आराम से सुलाए। नवजात शिशु को सुलाना चाहते हैं तो सोने से पहले बच्चे का पेट भरा होना चाहिए।
सोने से पहले मालिश यह ऐसा तरीका है जो हर माॅं को आजमाना चाहिए। सर्दी हो गर्मी आप हल्के गुनगने तेल से शिशु की मालिश करे और प्यार से थपकी दे। आप स्वंय देखेगीं कि शिशु कुछ ही मिनट में आराम से सो जाएगा। गर्मियों के मौसम में शिशु को साधारण पानी से नहलाएं और सर्दियों में गुनगुने पानी का उपयोग करें। नहाकर शिशु की मांसपेशियों को आराम मिलता है और वो गहरी नींद में सो जाते हैं।
शिशुओं को सुलाना आसान नहीं होता है, ऐसे में माॅं के लिए नींद पूरी करना मुश्किल हो जाता है। इसके लिए आप अपने बच्चे को अपने पति के साथ भी सुलाने की आदत डाले। क्योंकि अगर आपकी नींद पूरी होगी तभी आप मानसिक और शारीरिक तौर से फिट रह पाएगी। बच्चे की परवरिश में परिवार की मदद लेने में हिचकना नहीं चाहिए।
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