4 Nov 2019 | 1 min Read
सुमन सारस्वत
Author | 60 Articles
गर्भावस्था के दौरान मां और शिशु का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी होता है। सी-सेक्शन के बजाय नॉर्मल डिलीवरी मां और बच्चे के लिए फायदेमंद होती है। आइए जानते हैं आसान और नॉर्मल डिलीवरी के कुछ टिप्स-
प्रेगनेंसी के समय तनाव तो होता ही है। लेकिन शुरू से ही कोशिश करनी चाहिए कि तनाव लेने से बचा जाए। डिलावरी का टाइम नजदीक आते ही शांत और खुश रहना सीख लेना चाहिए।
तनाव, डर, बेचैनी, घबराहट से बचने के लिए मन-मस्तिष्क को एकाग्र करके ध्यान लगाएं। शांत रहने के लिए मेडीटेशन करें। इस दौरान गहरी सांस लेने-छोड़ने पर ध्यान लगाएं।
गर्भावस्था में संतुलित भोजन करें। अपने डाइट पर ध्यान रखें। अपना वजन बढ़ने न दें। ज्यादा वजन बढ़ने से शिशु को मॉनीटर करना मुश्किल हो जाता है और सिजेरियन डिलीवरी की संभावना बढ़ जाती है।
गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक और संतुलित भोजन करना चाहिए। कैल्शियम और आयरनयुक्त भोजन बहुत आवश्यक होता है। पौष्टिक भोजन सो मां और बच्चे की इम्यूनिटी और शारीरिक ताकत बढ़ती है।
हर रोज एक्सरसाइज़ करना न भूले। प्री-नेटल एक्सरसाइज करें जिसकी क्लासेस भी चलती हैं। प्रतिदिन योगा और व्यायाम से आपकी पेल्विक मांसपेशियां मज़बूत होती हैं। डॉक्टर, योगा एक्सपर्ट से सलाह लेकर सही व्यायाम करें।
ग र्भावस्था में आप जितना ज्यादा पानी पीएंगी, नॉर्मल डिलिवरी के चांसेज उतना ज्यादा हो जाएंगे। ज्यादा पानी से एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा सही रहती है। बच्चे को इसी से ऊर्जा मिलती है।
पहले 10-15 मिनट की सैर से शुरुआत करें। धीरे-धीरे बढ़ाते हुए आप इससे 40 मिनट प्रतिदिन कर लें। इससे आपकी सहनशीलता बढ़ेगी जिससे लेबर पेन को सहने में आप सक्षम होंगी।
प्रेग्नेंट महिलाओं को कमजोरी, थकावट, चक्कर, दर्द का बहाना बनाकर हमेशा बिस्तर पर नहीं पड़े रहना चाहिए। घर के हल्के-फुल्के काम करने चाहिए। एक्टिव रहने से गर्भ में बच्चे की पोजिशन भी सही रहती है।
डिलीवरी के लिए डॉक्टर चुनते समय उन्हें साफ-साफ बता दें कि आप नॉर्मल डिलीवरी चाहती हैं। गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में ही ऐसे डॉक्टर की तलाश कर लें जिसने ज्यादातर नॉर्मल डिलीवरी कराई हो।
आपको नॉर्मल डिलीवरी के बारे में अधिक-से-अधिक पढ़कर, अपनी महिला रिश्तेदारों, सहेलियों से पूछकर जानकारी लेनी चाहिए।
जैसे-जैसे डिलीवरी का समय करीब आने लगे अपने-आप को मानसिक रूप से प्रसव के दर्द को सहने के लिए तैयार करें।
आपको खुद पर भरोसा रखना चाहिेए कि यह भी एक प्राकृतिक प्रक्रिया है आप इसे अच्छी तरह कर पाएंगी। सदियों से महिलाएं बच्चों को जन्म देती आ रही हैं। आपको भी इसी तरह आपकी मां ने जन्म दिया था।
गर्भावस्था के अंतिम समय में किसी अनुभवी महिला को अपने साथ रखें जो आपके साथ-साथ डॉक्टर के यहां जाए, आपकी एक्सरसाइज़, मालिश आदि का ध्यान रखे। अस्पताल में आपके साथ रह सके। डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा की देखभाल कर सके।
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