14 May 2019 | 1 min Read
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आपका शिशु पूरी तरह से गीला तालाब और कीचड के साथ दुनिया मे आता है. शिशु का लंगोट बार बार बदलने की आवश्यकता होती है ,यह निर्भर करता है कि जब भी वह पेशाब या शोच करता है और यह भी कि उनकी त्वचा कितनी संवेदनशील है.
संवेदनशील त्वचा वाले शिशुओ मे एक ही लंगोट देर तक पहने रहने से दाने होने की संभावना होती है. और उनकी लंगोट बार बार बदलने की जरुरत होती है.
नवजात शिशुओ को प्रतिदिन 10 से 12 लंगोट बदलने की जरुरत होती है. और जैसे जैसे वे बडे होते है यह संख्या घटने लगती है.शिशुओ को अधिक लंगोट की आवश्यकता होती है ताकी समय समय पर बदल सके. अधिकतर नये माता पिता अंजान और डरे हुए रहते है क्योकी उनका यह पहला अनुभव है. आईये यहा निम्नलिखित लंगोट बदलने के लिये सुझाव दिये गये है:
आवश्यक चीजे: लंगोट बदलना शुरू करने से पहले जगह पर सभी उपयोगी चीजे एकत्रित करले. ताकी आपको इधर उधर भागने की जरुरत ना पडे. यहा चीजे दी गयी है जिनका आपके पास होना जरुरी है.
चाहे आप घर मे हो या बाहर हो, आपको लंगोट बदलते समय अपने बच्चे के लिये बिछाने के लिये एक जगह या सतह की जरुरत है. घर पर आप मेज या साफ फर्श या बिस्तर का उपयोग करे. इसमे अब चटाई बिछाए और उसके उपर बच्चे को लेटाए
जब आप बाहर होते है तब डायपर बदलने के लिये मेज या सपाट फर्म सतः का इस्तेमाल करे. उसपर चटाई बिछाए, भले ही सतह साफ क्यू ना हो. आप डिसपोसेबल चटाई का इस्तेमाल भी कर सकते है.
आपको अपने बच्चे की लंगोट पूरी तरह से बदलना चाहिए और सुखा देणी चाहिए .लंगोट बदलते वक़्त बच्चे का मनोरंजन करते रहे या अपने बच्चे से बात करते रहे.
यहा कुछ बिंदु है जिन्हे आपको लंगोट बदलते वक़्त ध्यान रखना चाहिए
बाजार मे कई विकल्प आ गये है लंगोट के लिये. इसमे कपडे के साथ साथ डिसपोसेबल डायपर भी शामिल है. आप जो भी चुने सुनिश्चित करे कि आप साफ और स्वच्छ नियम का पालन करते हो. जब भी आप अपने बच्चे के लिये डायपर इस्तेमाल करे थोडा समय बच्चे को खाली भी रहने दे ताकी त्वचा सांस ले सके और नमी ठीक से सूख जाये.
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