15 Apr 2019 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 549 Articles
प्रेग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज होना सामान्य है या नहीं, यह सोचकर कई महिलाएं गर्भावस्था में घबराने लगती हैं। उन्हें अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा को लेकर चिंता सताती है। सफेद पानी की समस्या का डर उन महिलाओं में ज्यादा देखा जाता है, जो पहली बार माँ बनती हैं। क्योंकि उन्हें इस समस्या के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है।
ऐसे में प्रेग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज कब होता है (pregnancy me white discharge kab hota hai), यह सवाल उठना लाजमी है। इसलिए इस लेख में हम बताएंगे कि प्रेग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज होना (pregnancy me white discharge hona) कितना सामान्य है। साथ ही प्रेगनेंसी में सफेद पानी आने की वजह का भी जिक्र करेंगे।
गर्भावस्था में लगभग सभी महिलाओं में योनि स्राव अधिक होने लगता है। इसलिए, गर्भावस्था के दौरान सफेद स्राव होना काफी सामान्य माना जाता है।
दरअसल, गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय ग्रीवा (गर्भ की ओपनिंग) और योनि की दीवारें नरम हो जाती हैं। इसलिए, योनि से गर्भ तक जाने वाले संक्रमण को रोकने में मदद करने के लिए डिस्चार्ज बढ़ जाता है।
साथ ही प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के बढ़े हुए स्तर से भी डिस्चार्ज अधिक हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान एक महिला के शरीर में कई बदलाव होते हैं (body changes during pregnancy in hindi)। इनमें से एक योनि स्राव है। योनि से निकलने वाला सफेद पानी गर्भाशय, ग्रीवा (सर्विक्स) में स्थित ग्रंथियों व योनि में बनने वाला तरल पदार्थ है।
यह बैक्टीरिया के साथ मृत कोशिकाओं को बाहर निकाल प्राइवेट पार्ट्स को साफ रखने में मदद करता है। इससे महिला को प्रजनन अंगों में संक्रमण होने का जोखिम कम होता है। मेडिकल भाषा में इसे ल्यूकोरिया (Leukorrhea during pregnancy) के नाम से जाना जाता है।
आमतौर पर प्रेग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज होना (Pregnancy mein White Discharge hona) नॉर्मल माना जाता है। हालांकि, यदि स्राव गाढ़ा या थक्के युक्त (दही जैसा वाइट डिस्चार्ज in pregnancy) हो या इसके साथ खुजली की शिकायत हो, तो यह चिंता का विषय हो सकता है।
प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज कब होता है (Pregnancy mein White Discharge kab hota hai) सोच रही हैं, तो यह पहली तिमाही से ही होना शुरू हो जाता है। अब आगे जानते हैं कि प्रेगनेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज क्यों होता है (pregnancy me white discharge kyu hota hai)।
प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज कब होता है, यह जानने के बाद आगे इसके कारणों पर नजर डालते हैं। दरअसल, गर्भावस्था में सफेद स्राव के कारण कई हो सकते हैं। आगे हम विस्तार से बता रहे हैं कि आखिर प्रेग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्च क्यों होता है (pregnancy me white discharge kyu hota hai)।
प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज कब होता है और प्रेगनेंसी में सफेद पानी आने का कारण समझने के बाद आगे विभिन्न चरणों में सफेद निर्वहन के विभिन्न चरणों पर चर्चा करेंगे।
प्रेगनेंसी में सफेद पानी आना सामान्य है, यह तो आप समझ गए हैं। प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज कब होता है, यह भी हम बता चुके हैं। क्या आपको पता है कि सफेद निर्वाहन गर्भावस्था के विभिन्न चरणों में थोड़ा अलग हो सकता है? जी हां, पहली तिमाही में गर्भावस्था में सफेद निर्वहन में कुछ अलग हो सकता है और दूसरी तिमाही में गर्भावस्था में सफेद स्राव अलग सकता है।
पहली तिमाही में गर्भावस्था में सफेद निर्वहन (leukorrhea in pregnancy in hindi) रंगहीन व पतला हो सकता है। दूसरी तिमाही में गर्भावस्था में सफेद स्राव समय के साथ गाढ़ा होता जाता है।
उदाहरण के तौर पर प्रेगनेंसी वाइट डिस्चार्ज फर्स्ट वीक में पतला होगा, फिर चौथे महीने में अंडे के सफेद भाग जैसे दिख सकता है। उसके बाद गर्भावस्था के 7 वें महीने में सफेद निर्वहन थोड़ा और गाढ़ा हो जाएगा। इसी तरह गर्भावस्था के 8वें महीने में सफेद निर्वहन और गर्भावस्था के 9 महीने के दौरान सफेद निर्वहन में हल्का या कोई बदलाव नहीं होगा।
जी हां, अधिकतर मामलों में गर्भावस्था के 8वें महीने में सफेद निर्वहन और गर्भावस्था के 9 महीने के दौरान सफेद निर्वहन एक जैसे ही दिखते हैं। हां, प्रेगनेंसी वाइट डिस्चार्ज फर्स्ट वीक में जितना हुआ था, उसके मुकाबले तीसरी तिमाही में सफेद स्राव अधिक या दोगुना हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान योनि स्राव (leukorrhea in pregnancy in hindi) सामान्य है, तो इसे रोकने के लिए किसी उपाय की जरूरत नहीं होती है। डिस्चार्ज के लिए निम्नलिखित हाइजीन को फॉलो कर सकती हैं:
प्रेग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज होना (Pregnancy me White Discharge Hona) सामान्य है। गर्भ में पल रहे शिशु के लिए इसे अच्छा बताया जाता है। दरअसल, यह योनि में किसी प्रकार के इंफेक्शन से सुरक्षा प्रदान करता है।
अगर सफेद पानी बहुत ज्यादा आ रहा है, इसका रंग बदलना या इसमें से बदबू आना, संक्रमण की निशानी हो सकती है। ऐसे में बिना देरी करें गर्भवती को चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। इससे समय रहते शिशु को संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जा सकता है।
प्रेग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज होना (pregnancy me white discharge hona) चिंता का विषय नहीं है। हां, अगर गर्भावस्था के दौरान आपकी योनि में लक्षण के रूप में ये संकेत दिखें, तो बिना देरी डॉक्टर से कंसल्ट करें।
प्रेगनेंसी में वाइट डिस्चार्ज कब होता है और प्रेग्नेंसी में व्हाइट डिस्चार्ज होना (pregnancy me white discharge hona) कितना नॉर्मल है, यह हमने विस्तार से बताया है। यहां आपने महिलाओं में सफेद स्राव के कारण के बारे में भी जाना। यदि आपको व्हाइट डिस्चार्ज के साथ (white pani problem in pregnancy in hindi) लेख में बताए गए असामान्य लक्षण नजर आते हैं, तो समय रहते चिकित्सक से परामर्श करें।
गर्भावस्था निर्वहन यानी प्रेगनेंसी में महिलाओं में सफेद स्राव के कारण में शरीर में बढ़ने वाले एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर शामिल है। साथ ही गर्भ में शिशु का विकास और शिशु के चलते गर्भाशय ग्रीव में होने वाला परिवर्तन गर्भावस्था निर्वहन का कारण बनता है।
अक्सर महिलाएं सोचती हैं कि सफेद पानी की दवा कौन सी है। आपको बता दें कि अगर प्रेग्नेंसी में सफेद पानी से बदबू नहीं आ रही है, गुप्तांग में खुजली नहीं हो रही है और इसकी मात्रा सामान्य है, तो किसी तरह की दवाई की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
हां, अगर सफेद पानी की दवा लेनी हो, तो वो बिना डॉक्टर की सलाह व परामर्श के नहीं लेनी चाहिए। सटीक दवाई की जानकारी डॉक्टर ही दे सकते हैं।
आंवला का चूर्ण लिकोरिया को कम करने में मदद कर सकता है। लेकिन, किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या हो या आप गर्भवती हैं, तो इसे लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
हाइजीन की कमी से असामान्य सफेद पानी आने की समस्या हो सकती है।
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