28 Mar 2019 | 1 min Read
Roop Tara
Author | 15 Articles
हर माता-पिता अपने बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं परंतु अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे हमेशा स्वस्थ और तंदुरुस्त रहे तो आपको उनके खाने-पीने का पूरा-पूरा ध्यान रखना चाहिए| आपको उन्हें जंकफूड की जगह पौष्टिक आहार खिलाने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए| यदि हमारा शरीर स्वस्थ है और हड्डियां मजबूत है तो हमें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है| इसके बाद बच्चे कभी बीमार भी हो जाते हैं तो कोई बात नहीं क्योंकि उनके शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता मौजूद है|
आहार में हरी सब्जियां बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इनमें विटामिन, खनिज अधिक मात्रा में पाए जाते हैं| इनमे लौह तत्व, विटामिन B, कॉन्प्लेक्स, विटामिन C, कैल्शियम और फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है| इनमें शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कैंसर का कारण बनने वाले फ्री रेडिकल्स को खत्म करते हैं और उन्हें रोकते हैं| हरी पत्तेदार सब्जियां पाचन तंत्र को मजबूत करती है और इनके सेवन से पेट साफ रहता है और कब्ज की समस्या नहीं होती है|
रोजाना कुछ बादाम भिगोकर खाने से ना केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है अपितु इससे दिमाग भी तेज गति से विकसित होता है| विटामिन ई शरीर में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले नेचुरल किलर सेल्स को बढ़ाने में मदद करता है जो विषाणुओं और कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में सहायक होता है| बादाम शरीर में बी टाइप की कोशिकाओं की संख्या बढ़ाने में मदद करता है| ये कोशिकाए एंटीबॉडीज का निर्माण करती है जो शरीर में मौजूद नुकसानदेह बैक्टीरिया को नष्ट करने में सहायक होता है| इसमें पाया जाने वाला विटामिन ई त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने के साथ-साथ उसको चमकदार भी बनाता है| यह हृदय और मासपेशियों से संबंधित बीमारियों से भी बचाता है| इसलिए अपने बच्चे को रोजाना बादाम का सेवन जरूर करवाएं|
पालक में फोलेट नामक ऐसा तत्व पाया जाता है जो शरीर में नई कोशिकाओं को बनाने के साथ-साथ उन कोशिकाओं में मौजूद डीएनए की मरम्मत का भी काम करता है| साथ ही इसमें मौजूद फाइबर, आयरन, एंटीऑक्सीडेंट तत्व और विटामिन सी शरीर को हर तरह से स्वस्थ बनाए रखती है| पालक खाने से पाचन तंत्र सही ढंग से काम करता है और कब्ज की समस्या दूर होती है| यह पत्तेदार सब्जी पौष्टिक तत्वों से भरपूर होती है इसलिए इसे सुपर फूड के नाम से भी जाना जाता है|
संतरा, नींबू, अनानास, चकोतरा जैसे खट्टे फलों में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है जो हर तरह के संक्रमण से लड़ने वाली श्वेत रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने में सहायक होता है| इसके सेवन से बनने वाली एंटीबॉडी कोशिकाओं की सतह पर एक आवरण बना देती हैं जो शरीर के भीतर वायरस को जाने नहीं देता है| इनमें मौजूद विटामिन सी शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रोल को बढ़ाता है जिससे कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से बचाव होता है| यह हृदय की धमनियों में वसा जमने की प्रक्रिया को भी धीमा करता है इससे रक्त का प्रवाह भी सामान्य रहता है| इसलिए अपने बच्चे के भोजन में खट्टे फलो को जरूर शामिल करे|
दूध की अपेक्षा दही में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है| दही में मौजूद बैक्टीरिया और पोषक तत्व शरीर के एंटीबायोटिक का काम करते हैं और साथ ही रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाते हैं| दही में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, फास्फोरस, जिंक, विटामिन इत्यादि पोषक तत्त्व होते हैं| इसलिए दही का सेवन अपने बच्चे को रोजाना कराएं लेकिन इसको रात को देने से बचे|
अलसी को गुणों की खान माना जाता है| यह बात सही है कि लोगों में इसके प्रति इतनी जागरुकता नहीं है लेकिन अलसी का रोजाना सेवन करने से बच्चों को कई प्रकार के रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है| इसमें अल्फा, लिनोलेनिक एसिड, ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है जो हमारे बच्चों को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है| ओमेगा-3 हमारे बच्चे के शरीर के अंदर नहीं बनता है अपितू इसे भोजन के द्वारा ग्रहण किया जाता है|
ब्रोकली में विटामिन ए और सी के अलावा ग्लूटाथिओन नामक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है| यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है| आप इसका सलाद बनाकर भी अपने बच्चों को दे सकती हैं| इससे बच्चों के शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और कैल्शियम की प्राप्ति होती हैं|
यह श्वेत रक्त कोशिकाओं को सक्रिय करने में सहायक होता है| इसमें सेलेनियम नामक मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट तत्व विटामिन B, रिबोफ्लेविन व नाइसिन नामक तत्व पाए जाते हैं| इनके कारण मशरूम में एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल व एंटी ट्यूमर जैसे तत्व पाए जाते हैं| रोजाना 30 ग्राम मशरूम अपने बच्चे को खिलाने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है| सर्दियों में इसका सेवन खासकर के किया जाता है| आप सूप, सलाद या सोया पास्ता के साथ इसे अपने बच्चे को दे सकती हैं|
हल्दी एक सर्वगुण संपन्न एंटीबायोटिक मानी जाती है| इसका उपयोग कैंसर जैसी बीमारी ठीक करने के लिए भी किया जाता है व यह खून को भी साफ करती है और शरीर की काया और रंग को सुधारने में महत्वपूर्ण योगदान देती है| इसमें मौजूद तत्त्व ब्लड शुगर को कम करते है और डायबिटीज को काबू में रखते है|
लहसुन खाने से काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट बनता है जो हमारे बच्चे के सिस्टम को बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है| जिसमें एलीसिन नामक एक ऐसा तत्व पाया जाता है जो शरीर को संक्रमण और बैक्टीरिया से लड़ने की शक्ति देता है| प्रतिदिन भोजन में थोड़ा सा लहसुन अपने बच्चे को खिलाने से अल्सर से बचाव होता है| आप इसको सब्जी में भी बारीक काट कर मिला सकती है| इससे ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है|
बच्चो के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए ऊपर दिए गए आहार के साथ-साथ एक बात आपको जरूर ध्यान रखनी चाहिए कि अपने बच्चे को दिन भर में पानी का सेवन ज्यादा से ज्यादा कराये क्योंकि पानी शरीर के लिए बहुत जरूरी है| इससे शरीर को बल मिलता है व यह शरीर का पाचन तंत्र ठीक रखता है और साथ ही शरीर के अनावश्यक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है|
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