8 Feb 2019 | 1 min Read
Roop Tara
Author | 15 Articles
मां और बच्चे का रिश्ता दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता होता है। खासकर जब मां अपने बच्चे को दूध पिलाती है और उसके साथ सोती है तो इनका रिश्ता मजबूत होने में मदद मिलती है। क्या आप जानते हैं कि अगर मां और शिशु साथ में सोते हैं तो इस से न सिर्फ मां को फायदे होते हैं बल्कि शिशु को भी लाभ मिलता हैं। बेबीचक्रा के इस लेख में आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं। आप जानेंगे कि किस तरह अपनी मां के साथ सोने से शिशु खुद को सुरक्षित महसूस करता है।
सोते समय जब बच्चे के साथ उसके माता-पिता होते हैं, तब वह स्वयं को सुरक्षित महसूस करता है। अकेले सोने पर छोटे बच्चे स्वयं को असुरक्षित महसूस कर सकते हैं, देखा जाता है कि ऐसे बच्चे अक्सर रात को नींद में उठ जाते हैं और उनकी नींद पूरी नहीं होती। नींद उचटने से उनको मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
समय पर सोने से न केवल नींद अच्छी आती है, बल्कि स्वास्थ्य भी सही रहता है। बच्चों में हेल्दी बैड टाइम रूटीन की आदत के लिए रात में बच्चों के साथ ही सोना चाहिए। इससे वे स्वस्थ जीवनशैली अपना सकेंगे। आप एक नियत समय पर उनके साथ बेड पर लेटते हैं तो उन्हें ये समझ आने लगता है कि यह सोने का समय है।
एक अध्ययन से यह बात सामने आई है कि जो बच्चे अपने मां-बाप के पास सोते है उनमें आत्मसम्मान में वृद्धि होती है, व्यवहार के समस्याओं का कम अनुभव होता है, वह दबाव में कम रहते हैं और वह ज्यादा खुश और अपनी जीवन से संतुष्ट होते हैं। रात को बच्चों के पास सोने से आपको एक फायदा यह भी होगा कि आप उसको कहानी सुनाने के जरिए अच्छे संस्कार देने की शुरुवात कर सकते है। इस से उसको भविष्य में सहायता मिलती है। जीवन की मुश्किल परिस्थितियों में उसे वह सीख हमेशा याद रहेगी।
सोने से पहले बच्चों को आप उन से दिनभर उन्होंने क्या किया जैसे की, उनका पूरा दिन कैसा गया और अगले दिन की उनकी क्या योजना है, यह सब बातें आसानी से पूछ सकते हैं। ऐसा करने से बच्चा आप से अपने दिल की सारी बात बताएगा और किसी बात पर उन्हें कोई परेशानी है तो आपसे कह देगा और बिना किसी मानसिक परेशानी से आराम करेगा। रात की ये बातचीत आपके बच्चे के साथ संबध को मजबूत बनाती है।
अपने बच्चों के पास सोना नर्सिंग माताओं के लिए बेहतर होता है। इससे बच्चे के साथ उनको भी आराम मिलता हैं। उनको बार बार बिस्तर छोड़ कर अपने बच्चे को देखने के लिए उठ कर नहीं आना पड़ता। आपका बच्चा अगर आपके पास सोता है तो आप भी चिंतामुक्त हो कर अपनी नींद पूरी कर पाती हैं जोकि आपके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
तो इस आर्टिकल की मदद से आप जान चुके होंगे माँ और बच्चे का साथ में सोना कितना जरूरी है। अगर आपका बच्चा रोजाना आपसे कहानी सुन कर सोना चाहता है तो इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि उसकी सोने की इच्छा नहीं है, बल्कि वो आपके साथ कुछ और वक्त बिताना चाहता है। ऐसे में भागदौड़ भरी जिंदगी में माता-पिता बच्चों के साथ टाइम बिता नहीं पाते, लेकिन रात को साथ सोने से माता-पिता बच्चे को वक्त दे सकते है।
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