20 Dec 2018 | 1 min Read
Vinita Pangeni
Author | 549 Articles
आपका सी-सेक्शन हुआ है और अभी आप रिकवरी फेज में हैं, तो सिजेरियन डिलीवरी के बाद संबंध को लेकर सवाल मन में उठ सकते हैं। कमर दर्द और टांकों में हल्का खिंचाव महसूस करते समय सोचना लाजमी है कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद कब संबंध बनाना चाहिए।
कई लोग मानते हैं सिजेरियन डिलीवरी के बाद संबंध शुरू करने में समस्या नहीं होती, क्योंकि योनि क्षेत्र में उतना आघात नहीं पहुंचा है। लेकिन असल में ऐसा नहीं है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद भी नॉर्मल सेक्स लाइफ के लिए इंतजार करना होता है।
सी- सेक्शन के बाद सेक्स में आने वाली परेशानियों और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों का जिक्र हम यहां कर रहे हैं। चलिए जानते हैं कि सिजेरियन ऑपरेशन के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए।
चलिए, सबसे पहले जानते हैं कि ऑपरेशन डिलीवरी के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए।
सिजेरियन डिलीवरी के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए, इसका जवाब हर महिला के लिए एक नहीं होता है। किसी का शरीर जल्दी रिकवर करता है, तो कुछ का देर से। इसलिए, टांके कितनी जल्दी भरते हैं और आपका दर्द कब बंद होगा, इसपर यह निर्भर करता है। हां, सामान्य तौर पर बताएं कि ऑपरेशन डिलीवरी के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए, तो इसका जवाब पांच से छह हफ्ते बाद है।
अगर आपको सिजेरियन सेक्शन के बाद थोड़ा कम रक्तस्राव होता है , तो आपकी गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) को पूरी तरह से बंद होने में लगभग छह सप्ताह लगेंगे। कुछ महिलाएं दूसरों की तुलना में सिजेरियन डिलीवरी के बाद संबंध बनाने के लिए खुद को जल्दी तैयार महसूस कर सकती हैं। लेकिन आपको अपने प्रसूति रोग विशेषज्ञ से एक बार सलाह जरूर लेनी चाहिए। सिजेरियन डिलीवरी के बाद कब संबंध बनाना चाहिए, इसका सबसे सरल जवाब यही है कि आपको तभी सेक्स करना चाहिए और जब आपको सहज महसूस हो।
ऑपरेशन के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए (Operation ke kitne din baad sambandh banana chahiye), यह समझने के बाद सावधानियों पर एक नजर डालते हैं।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद कब संबंध बनाना चाहिए, सिर्फ इतना जान लेना काफी नहीं है। भले ही सी-सेक्शन के बाद यौन गतिविधि करना सुरक्षित है, लेकिन महिलाओं को जटिलताओं कम करने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।
सिजेरियन डिलीवरी से बच्चे को जन्म देने बाद टांकों वाली जगह के आसपास दर्द और सूजन हो सकती है। आसपास की त्वचा में कसाव या खिंचाव महसूस हो सकता है। शुरुआत में टांके कमजोर होते हैं और इनके टूटने और त्वचा के फटने का डर रहता है। इसलिए शुरुआती हफ्तों में सेक्स से बचना आवश्यक है।
बाद में भी टांके वाले हिस्से पर जोर, दबाव या खिंचाव पड़ने वाली सेक्स पोजीशन से बचना आवश्यक है। साथ ही सी-सेक्शन के बाद भारी चीज उठाने से बचें।
सर्जिकल स्टेपल हटाने के बाद भी हफ्तों के लिए पेट नाजुक, दर्दपूर्ण और कोमल रहेगा। गर्भाशय ग्रीवा को ठीक होने और अपने नियमित आकार में वापस आने के लिए भी समय चाहिए। इसलिए, 6 हफ्तों का इंतजार करना सही माना जाता है।
इस समय गर्भनिरोधक का उपयोग करना न भूलें। तकनीकी रूप से, एक महिला बच्चे को जन्म देने के 3 सप्ताह बाद ही गर्भवती हो सकती है। महिलाएं जन्म देने के बाद कमजोर हो जाती हैं, इसलिए डॉक्टर बच्चों में दो साल का अंतर रखने की सलाह देते हैं। सी-सेक्शन के तुरंत बाद दूसरी प्रेग्नेंसी गंभीर रूप से जटिल हो सकती है, इसलिए सेक्स के दौरान सुरक्षित बर्थ कंट्रोल मेथेड जरूर अपनाएं।
सिजेरियन प्रसव से उबरना एक लम्बी प्रकिया है। केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी सेक्स के लिए तैयार होना जरूरी है। सेक्स करने से पहले यह आवश्यक है कि आप अपने पति के साथ कुछ पल बिताएं। आप अपनी पुरानी यादों को ताजा करें। यह भावनात्मक एहसास आप दोनों को एक-दूसरे के करीब लाएगा।
कीगल एक्सरसाइज से पेल्विक एरिया की मांसपेशियों मजबूत बनती हैं, इसलिए 4 सप्ताह के बाद विशेषज्ञ की देखरेख में यह व्यायाम करें। इससे शरीर को न केवल स्फूर्ति मिलती है, बल्कि बॉडी को पुराने आकार में आने में मदद मिलती है
सिजेरियन डिलीवरी के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए, यह समझने के बाद आपको इस दौरान सुरक्षित सेक्स पोजीशन की जानकारी होनी चाहिए। टांकों में दोबारा दर्द न होने लगे और शरीर पर ज्यादा जोर न पड़े, इसलिए आपको आराम से चीजों को आगे बढ़ाना होगा। आप सिजेरियन डिलीवरी के बाद सेक्स पोजीशन के रूप में इन्हें ट्राई कर सकती हैं।
इनके अलावा, आप वो सारे सेक्स पोजीशन को आजमा सकते हैं, जिनमें आप ऊपर हों। इससे टांकों में दर्द का खतरा कम रहता है। साथ ही आप अपने हिसाब से चीजों को तेज या धीमी गति से आगे बढ़ा सकती है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद सेक्स पोजीशन के बारे में अधिक जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
सी-सेक्शन के बाद महिला को उन सभी सेक्स पोजीशन से कुछ समय के लिए बचना चाहिए, जिनसे उनके टांकों व पेट के हिस्से पर दबाव पड़े।
साथ ही इस दौरान सुरक्षित सेक्स पोजीशन को भी आराम से करने करें। वाइल्ड सेक्स और कभी भी न किए गए अजीब तरह के प्रयोग से बचें।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद सेक्स करने से इन परिस्थितियों में परहेज किया जाना चाहिए –
अगर किसी का सी-सेक्शन हुआ है, उसे संक्रमण और अन्य जटिलताओं के लक्षणों को इग्नोर नहीं करना चाहिए। नीचे लिखे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें –
ऑपरेशन के कितने दिन बाद संबंध बनाना चाहिए ( Operation ke kitne din baad sambandh banana chahiye), इसका कोई तय समय नहीं होता। हां, इस दौरान गर्भाशय ग्रीवा को ठीक होने के लिए समय की आवश्यकता होती है, इसलिए 5 से 6 हफ्ते तक का इंतजार करना सही माना जाता है। लेकिन, कई महिलाएं अधिक समय तक इंतजार करना पसंद करती हैं। इसमें कोई दिक्कत की बात नहीं है। बस आपको अपने पार्टनर से खुलकर बात करनी चाहिए।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद दो-तीन हफ्ते आराम करने के बाद महिला घर के छोटे-छोटे कम कर सकती है। लेकिन भारी-भरकम और वजन उठाने वाला काम महिला को 6-7 हफ्तों से पहले एकदम नहीं करना चाहिए।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद भारी समान उठाना, पेट के बल लेटना, झटके से उठना, इन सभी से परहेज करना चाहिए। ऐसा कोई भी काम न करें, जिससे पेट पर अधिक दबाव पड़ने लगे।
हमेशा नॉर्मल डिलीवरी की है कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि, नॉर्मल डिलीवरी में रिकवरी टाइम कम लगता है। यही नहीं, सी-सेक्शन बहुत बड़ा ऑपरेशन है, जिसके कारण माँ के पूरे पेट को चीरकर बच्चे को निकाला जाता है। हां, गर्भ में बच्चे की स्थिति को देखते हुए और गर्भावस्था संबंधी जटिलता के चलते डॉक्टर सी-सेक्शन की सलाह दे सकते हैं। ऐसे में मायूस न हों।
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