16 Aug 2018 | 1 min Read
Dr. Vivek Maurya
Author | 2 Articles
वीनिंग एक शिशु के आहार में संक्रमणकालीन अवधि होती है जब मां धीरे-धीरे दूध के अलावा अन्य खाद्य पदार्थ शुरू करने लगती है। यही वह समय है जब आप अपने बच्चे को पहला खाना देते हैं जो ठोस होता है और बच्चे को लंबे समय तक तृप्त रखता है और आपके बच्चे के स्वाद कलिकाओ को विकसित करने में मदद करता है।
बच्चे के लिए पूरक आहार कैसे शुरू करे?
शिशुओं को धीरे धीरे पूरक आहार(Dietary Supplements During Pregnancy in Hindi)से परिचित कराना चाहिए और अलग-अलग स्वाद और बनावट वाले खाद्य पदार्थ देना चाहिए। आदर्श रूप से, एक समय में आपके बच्चे के आहार में केवल एक नई खाद्य वस्तु दी जानी चाहिए। अगली नई खाद्य वस्तु तभी दें जब आप सुनिश्चित हों कि आपका बच्चा पहली चीज़ का आदी हो चूका है और उससे कोई असहिष्णुता या एलर्जी नहीं दिख रहा है।
शिशु को चार मुख्य खाद्य समूहों से विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों से अवगत कराया जाना चाहिए:
जैसे बच्चे के चबाने और काटने की क्षमता विकसित होने लगती है, भोजन थोड़ा गाढ़ा हो सकता है (उदाहरण के लिए, मैश किए हुए, थोड़ी मोटी बनावट वाले , सूखे भोजन) , इससे बच्चे अनेक प्रकार के भोजन का अनुभव कर पायंगे। कुछ माता पिता छह महीने की उम्र से ही फिंगर फ़ूड शुरू करते है। बच्चे को वीनिंग शुरू करने से उन्हें खाने का पता चलता है और वो विभिन्न प्रकार के भोजन कम उम्र से ही खाना शुरू करते है।
बच्चो के लिए शीर्ष दस पूरक आहार क्या हैं ?
पूरक आहार शुरू करना क्यों जरूरी है?
आपका बच्चा पहले वर्ष में बहुत तेजी से बढ़ता है। आपको शायद यह नहीं पता होगा कि एक बच्चे का वजन छह महीने में जन्म के वजन से दोगुना हो जाता है और एक साल तक तिगुना हो जाता है। इस वृद्धि का समर्थन करने के लिए, इस समय के दौरान बच्चों को बहुत पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। छह महीने स्तन पान के बाद आपके बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए खाद्य पदार्थ आवश्यक है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपके बच्चे को पर्याप्त पोषण मिलता है, एक योजना तैयार करें जिसमें दूध के साथ सभी समूहों के खाद्य पदार्तो को शामिल करें और अपने चिकित्सक से परामर्श लें।
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