6 Jun 2018 | 1 min Read
Medically reviewed by
Author | Articles
बच्चों के विकास में अवरुद्धि का मतलब क्या हुआ?
हर बच्चा अपने हिसाब से बढ़ता है, कोई जल्दी बोलना सीखना है, कोई देर से. कोई जल्दी लम्बा हो जाता है, किसी की हाइट देर से बढ़ती है. ये नॉर्मल है, लेकिन बच्चों के विकास में कुछ ऐसे ज़रूरी पड़ाव आते हैं, जिनको हर बच्चे को पार करना होता है. कहने के लिए डेवलपमेंट के कुछ मापदंड हैं, जिनके हिसाब से एक तय उम्र में, एक तय समय में बच्चे का उतना विकास होना ज़रूरी है, इसमें किसी तरह की कमी एक सीरियस इशू है, जिस पर ध्यान दिया जाना ज़रूरी है.
कैसे पता चलेगा कि बच्चे की ग्रोथ रुक गयी है या लेट है?
बच्चे के विकास में किसी तरह की कमी सबसे पहले माँ-बाप ही देखते हैं. बाकी बच्चों के मुक़ाबले अगर उनके बच्चे थोड़ा लेट बढ़ रहे या चीज़ें सीखने में समय लगा रहे हैं, तो ये चिंता का विषय हो सकता है, लेकिन ये टेम्पररी डिले होता है. बच्चे में विकास की अवरुद्धि का पता लगाने के लिए आपको कुछ पैरामीटर्स पर ध्यान देना होगा। इसके बाद डॉक्टर से संपर्क करें, अगर उसके हिसाब से भी ग्रोथ में कमी है, तो फिर वो किसी स्पेशलिस्ट को रेफर कर सकता है.
बच्चे की ग्रोथ को इन मापदंडों पर देखें:
मोटर स्किल्स (हाथों का इस्तेमाल)
इन पैरामीटर्स पर बच्चे की ग्रोथ चेक करने के बाद अगर वो इनमें से किसी में पीछे हो, तो आप अपने डॉक्टर से सम्पर्क कर सकते हैं. इनमें से किसी तीन में कमी को ग्लोबल डेवेलपमेन्टल डिले कहा जाता है. ये एक सीरियस ग्रोथ इशू है और इसके लिए आपको बच्चे को काफ़ी देखभाल, ट्रीटमेंट और मेडिकल हेल्प देनी पड़ सकती है. ये अमूमन जेनेटिक होती है, इसलिए टाइम पर मेडिकल हेल्प लेना ज़रूरी है. समय पर बच्चे की देखभाल से आप उसकी आगे की लाइफ़ आसान बना सकते हैं.
बच्चों में डेवलपमेंटल डिले के क्या कारण होते हैं?
स्ट्रेस:
किसी भी तरह का तनाव सबसे पहले बच्चे के दिमाग को और सोचने-समझने की उसकी क्षमता को हिट करता है. इसे कई बार बच्चे का विकास रुक जाता है. लेकिन माँ-बाप से मिले प्यार, अटेंशन के आगे इसका कोई ज़ोर नहीं। प्यार किसी भी तरह के तनाव को कम करने में सक्षम है.
पोषण:
किसी भी व्यक्ति के विकास के लिए पोषण बहुत ज़रूरी है. बच्चों का विकास काफी हद तक उनको मिल रहे खाने, परवरिश पर निर्भर करता है, इसलिए इसमें किसी तरह की कमी का बुरा असर पड़ता है. अपने बच्चे को जंक फ़ूड की दुनिया से दूर रखते हुए हेल्दी और बैलेंस्ड खाना दें.
कुसमयता:
कुसमयता या टाइम से पहले जन्में बच्चों को कई तरह के हेल्थ रिस्क होते हैं, जिनमें ग्रोथ इशू भी शामिल है. बाकी बच्चों के मुक़ाबले उनकी लर्निंग कैपेसिटी, उनका वज़न-हाइट में फर्क होता है. हालांकि Premature बच्चों की उम्र और बाकी चीज़ें मापने का तरीका थोड़ा अलग होता है. अगर एक Premature बेबी 2 महीने पहले पाया हुआ है, तो 1 साल में उसकी उम्र 1 माइनस 2 महीने मानी जाएगी, यानी 10 महीने। इसीलिए उसकी ग्रोथ को एक 1 साल के बच्चे साथ compare नहीं किया जाएगा।
अस्वीकरण: हमारा मकसद आप तक सही जानकारी पहुँचाना है। इसे किसी भी तरह से डॉक्टर के परामर्श और उनके ट्रीटमेन्ट का Substitute न समझें। डॉक्टर की सलाह सर्वोपरि है।
A
Suggestions offered by doctors on BabyChakra are of advisory nature i.e., for educational and informational purposes only. Content posted on, created for, or compiled by BabyChakra is not intended or designed to replace your doctor's independent judgment about any symptom, condition, or the appropriateness or risks of a procedure or treatment for a given person.