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मोटर स्किल्स की वजह से बच्चा चीज़ें मुँह में डालने लगता है। जानिये ये कितनी ज़रूरी हैं।

मोटर स्किल्स की वजह से बच्चा चीज़ें मुँह में डालने लगता है। जानिये ये कितनी ज़रूरी हैं।

5 Jun 2018 | 1 min Read

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मोटर स्किल या मोटर कौशल की होता है?

ऐसी कोई भी एक्टिविटी, जिसमें बच्चा अपने हाथ का इस्तेमाल करते हुए मूवमेंट करता है, उसे मोटर स्किल या कौशल कहा जाता है। फाइन मोटर स्किल्स में बच्चा छोटी चीज़ों का इस्तेमाल करते हुए अपने हाथ और कलाईयों को मज़बूत बनाता है। सुनने में ये ‘टर्म’ डॉक्टरी ज़रूर लगे, लेकिन ये एक नैसर्गिक प्रक्रिया है और बच्चे के विकास के लिए बेहद ज़रूरी। इसकी मदद से बच्चा अपने आस-पास के वातावरण को समझता है और आत्मनिर्भर बनता है. यानि उसे कुछ चीज़ पकड़ने के लिए धीरे-धीरे किसी के सहारे की ज़रुरत नहीं होती।

 

कौन-कौन सी एक्टिविटी बच्चों में मोटर कौशल को बेहतर करती हैं?

अगर आपका बच्चा अपने हाथों का इस्तेमाल करते हुए ऐसी चीज़ें कर रहा है, जिनमें उसकी कलाईयाँ, उनका हाथ काम में आ रहा है, तो वो सभी मोटर स्किल्स उसके लिए मददगार हैं। इनमें प्रमुख हैं:

 

पेंसिल से चित्रण, पन्नों पर पेंसिल से गोले बनाना, उसे पेपर पर बस यूँ ही चलाना।

कागज़ का इस्तेमाल, जैसे कट करना, फोल्ड करना, पेस्ट करना, मोड़ना इत्यादी।

तैयार होना, कपडे पहनना, अपने टॉयज को कपड़े पहनाना, शूलेस बांधना, बाल बनाना, शर्ट के बटन लगाना या घड़ी के स्ट्रैप खोलना-बंद करना, ब्रश करना।

खाना खाना, कांटे-छुरी, चम्मच के इस्तेमाल से खाना खाना। इसमें हाथ से भोजन करना, टिफ़िन खोलना भी शामिल है।

लेगो, बिल्डिंग ब्लॉक्स से खेलना, उन्हें बनाना। रेत, मिटटी के घर बनाना।

 

बच्चों में बेहतर मोटर कौशल ज़रूरी क्यों है?

इसकी सबसे बड़ी ज़रूरत बच्चे के सेल्फ-कॉन्फिडेंस के लिए होती है, रोज़मर्रा के ज़रूरी काम जब वो सही तरह से और बिना किसी मदद के करता है, तो उसमें आत्मविश्वास आता है। ऐसा न कर पाने की स्थिति में वो दूसरों के सामने असहज महसूस करता है और सोसाइटी में घुल-मिल नहीं पाता।

स्टडीज़ के मुताबिक़, बेहतर मोटर कौशल ये दर्शाते हैं कि बच्चा अब स्कूल जाने के लिए तैयार है। अगर वो स्कूल जाने की उम्र तक कुछ बेसिक चीज़ें कर पाने में असमर्थ है, तो अपने डॉक्टर से बात ज़रूर करें। उसमें सुधार के लिए उसे धीरे-धीरे सिखाएं और रोज़ कुछ नया करें। डॉक्टर्स के हिसाब से भी, स्कूल में राइटिंग और मैथ्स में मोटर कौशल से बच्चे को काफ़ी मदद मिलती है।

 

कैसे करें शुरुआत?

बच्चे नैसर्गिक तौर पर मोटर स्किल्स डेवेलप करने लगते हैं. कुछ भी उठा कर खा लेना इसका एक उदाहारण है। किसी न किसी तरह चीज़ें पकड़ना, उन्हें फेंकना, उनके लिए लपकना ये सभी मोटर स्किल्स में ही आता है। यहां तक कि जब वो अपने हाथ से अपना मुँह या किसी और के बाल भी खींचते हैं, तो ये सब मोटर स्किल्स में आता है।

 

बेहतर मोटर स्किल्स और इंटेलिजेंस – ये रिश्ता क्या कहलाता है?

इंसान की समझने, सोचने और मापने की क्षमता पर हुई स्टडीज़ के मुताबिक, आपका दिमाग उसी न्यूरो स्ट्रक्चर को आगे भी इस्तेमाल करता है, जो बच्चे के मोटर स्किल्स डेवलपमेंट में यूज़ होता है। मोटर स्किल्स के विकास में जितनी मुश्किल सिचुएशन में डाल कर बच्चे आप बच्चे को भविष्य के तैयार कर सकते हैं। उसे खिलौनों, अच्छी लाइब्रेरी में भेज कर और बाकी चीज़ों के माध्यम से विविधतापूर्ण अनुभव दें।

 

अस्वीकरण: हमारा मकसद आप तक सही  जानकारी पहुँचाना है। इसे किसी भी तरह से डॉक्टर के परामर्श और उनके ट्रीटमेन्ट का Substitute न समझें। डॉक्टर की सलाह सर्वोपरि है।

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