27 Apr 2018 | 1 min Read
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ईडीडी कैलकुलेटर नवजात शिशु के आगमन की तैयारी में आपकी मदद करता है | भावी अभिभावकों के लिए बच्चे का आना रोमांचक और तनावपूर्ण दोनों होता है | यदि बच्चे के पैदा होने की तिथि पहले पता चल जाए तो उसके आगमन की तैयारी करने में थोड़ी मदद मिल जाती है | डॉक्टरों के पास विभिन्न तरीके होते हैं बच्चा पैदा होने की संभव तिथि बताने के लिए | उस संभावित तिथि को (EDD अथवा ई डी डी ) कहते हैं, मतलब एक्सपेक्टेड डेट ऑफ़ डिलीवरी | इसके लिए आमतौर पर एक ईडीडी कैलकुलेटर का इस्तेमाल होता है जो कि काफी हद्द तक सटीक हो सकता है | कुल मिलाकर ईडीडी कैलकुलेटर यह बताता है कि आप किस दिन अपने बच्चे को जन्म देने की सबसे ज्यादा सम्भावना रखती हैं | इस कैलकुलेटर के बारे में अधिक जानने से पहले जानते हैं कि एक्सपेक्टेड डेट ऑफ़ डिलीवरी क्या होती है?
एक्सपेक्टेड डेट ऑफ़ डिलीवरी (ईडीडी) वह तारीख है जिस तारीख को लेबर की सहज शुरुआत होने की उम्मीद होती है। अंतिम मासिक धर्म (LMP या लास्ट मेनुस्ट्रउल पीरियड) के पहले दिन में 280 दिन (9 महीने और 7 दिन) जोड़कर इस तारीख का अनुमान लगाया जा सकता है। जिन महिलाओं को नियत समय पर पीरियड्स और ओव्ल्युशन होता है, यह उनकी डिलीवरी का लगभग सटीक अनुमान हो सकता है। हालांकि इसमें 1-2 हफ्ते ऊपर नीचे होने की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है।
EDD गर्भावस्था कैलकुलेटर बच्चा पैदा होने का समय पता करने में मदद करता है, जैसे कि जन्म पूर्ण अवधि पर होने है (40 हफ्ते ), अवधि से पहले (37 हफ्ते ) या अवधि के बाद (40 हफ़्तों के बाद )| लगभग सभी मामलों में बच्चे ईडीडी से 2 हफ्ते पहले या बाद ही जन्म ले लेते हैं | सिर्फ 4 से 5 प्रतिशत बच्चे ईडीडी अथवा संभावित तिथि पर पैदा होते हैं | यह तरीका उन महिलाओं के लिए कारगर है जिनको समय पर माहवारी आती रहती है | परन्तु यदि माहवारी असामयिक होती है तो इस तरीके से गलत तिथि निकलने की सम्भावना बहुत अधिक बढ़ जाती हैं | यदि पिछली माहवारी की सटीक तिथि ना पता हो उस स्थिति में इस तरीके से गलत तिथि निकलने की सम्भावना बनी रहती है |
इंटरनेट पर मौजूद ईडीडी कैलकुलेटर एक आसान सा यन्त्र है जिससे आप फटाक से जानकारी प्राप्त कर सकती हैं | यहाँ संभावित तिथि जानने के लिए दो तरीकों का इस्तेमाल आमतौर पर होता है :
एलएमपी द्वारा एक्सपेक्टेड डेट ऑफ़ डिलीवरी की गणना अंतिम मासिक धर्म के पहले दिन में 280 दिन (40 सप्ताह) जोड़कर की जाती है। एलएमपी द्वारा गर्भधारण की गणना अंतिम मासिक धर्म के पहले दिन से की जाती है।
नेगेले का नियम भी एक्सपेक्टेड डेट ऑफ़ डिलीवरी की गणना करने वाले कैलकुलेटर में इस्तेमाल होता है। यह भी आखिरी मासिक धर्म के पहले दिन के आधार पर एक महिला की डिलीवरी की नियत तारीख बताता है। महिला के पिछले मासिक धर्म के पहले दिन में 9 महीने और 7 दिनों को जोड़कर डिलीवरी का अनुमान लगाया जाता है। इसे देखने का एक और तरीका यह है कि आखिरी मासिक धर्म के पहले दिन की तारीख में सिर्फ एक साल जोड़ा जाए, फिर 3 महीने घटाएं और फिर उसमें 7 दिन जोड़ दें।
इसका उपयोग डॉक्टर करते हैं और यह अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट के आधार पर बच्चे की जेस्टेशनल उम्र बताता है। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में बच्चे की सिर से लेकर पैरों तक की लम्बाई के आधार पर डॉक्टर डिलीवरी की डेट का अंदाजा लगा सकते हैं।
बिल्कुल, कोई भी तरीका पूरी सटीक डेट नहीं बता सकता। एक्सपेक्टेड डेट ऑफ़ डिलीवरी हमेशा एक अनुमानित तिथि होती है। लेबर इस डेट के आस-पास शुरू हो सकता है, कई बार डॉक्टर किसी तरह की समस्या देखते हैं तो एक्सपेक्टेड डेट ऑफ़ डिलीवरी से पहले सी-सेक्शन की सलाह दे सकते हैं।
कुल मिलाकर EDD गर्भावस्था कैलकुलेटर बच्चे के जन्म का अंदाजा लगाने में बहुत मददगार होते हैं, इन्हें आप खुद एप्स के माध्यम से इस्तेमाल कर सकती हैं। EDD गर्भावस्था कैलकुलेटर के जरिए आप ये भी अनुमान लगा सकती है कि आपकी गर्भावस्था का यह कौन सा माह चल रहा है, यह जानकारी आपको समय पर डॉक्टरी जांच में मदद करती है। इसलिए, EDD गर्भावस्था कैलकुलेटर एक महत्वपूर्ण प्रेगनेंसी ट्रैकर टूल माना जाता है।
अस्वीकरण : यहाँ पर मौजूद सभी जानकारी पेशेवर सलाह, निदान और उपचार का विकल्प नहीं है | कुछ भी करने से पहले अपने डॉक्टर से जानकारी अवश्य लें |
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